गांव में बुखार व ऑक्सीजन लेवल की जांच से लगा रहे कोरोना संक्रमितों को पता
लखीमपुर ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे कोरोना को नियंत्रित करने के लिए सभी गांवों में संभावि
लखीमपुर : ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे कोरोना को नियंत्रित करने के लिए सभी गांवों में संभावित संक्रमितों की जांच शुरू कर दी गई है। गांवों में ग्राम प्रधान के साथ मिलकर आशा व एएनएम जांच कर रही हैं। गांव में खांसी, जुकाम वालों का टेंपरेचर नाप कर उनका परीक्षण किया जा रहा है और जिनको बुखार है उनका ऑक्सीजन लेवल भी जांचा जा रहा है। नगर पालिका क्षेत्र में सभासद के साथ पालिका कर्मी लोगों की जांच कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रसार की रोकथाम करने के उद्देश्य से शासन के निर्देश पर ग्रामीण क्षेत्रों में घर घर जाकर जांच की जा रही है। इसके लिए 227 टीमें लगाई गई है जो थर्मो स्कैनर से बुखार की जांच करके संभावित कोरोना संक्रमितों का पता लगा रही है। जांच में जिन लोगों को 100 डिग्री फारेनहाइट से अधिक बुखार मिल रहा है, उनको अलग से सूचीबद्ध कर उनका ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन का स्तर भी देखा जा रहा है। साथ ही उन्हें एंटीजेन टेस्ट कराने को भी कहा जा रहा है ताकि कोरोना होने का पता चल सके और समय से इलाज शुरू किया जा सके। नगरपालिका द्वारा इस समय 22 टीमें नगर के मुहल्लों में लोगों की जांच कर रही हैं। हर टीम में दो लोगों को लगाया गया है। टीम के सदस्य घर घर जाकर मकान में मौजूद लोगों का टेंपरेचर नाप रहे हैं और उसे एक रजिस्टर में दर्ज कर रहे हैं। जिनको 100 डिग्री से अधिक बुखार है उनकी सूची अलग से बनाई जा रही है। इसके साथ ही घर में कोरोना से संबंधित क्या-क्या उपकरण हैं, इसकी भी जानकारी ली जा रही है। हालांकि यह जांच में शामिल नहीं है फिर भी जानकारी की जा रही है जिससे इमरजेंसी में उसका उपयोग किया जा सके।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस संबंध में उपजिलाधिकारी डॉ. अमरेश कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में आशा व एएनएम को जांच के लिए लगाया गया है और वे बराबर काम कर रही हैं। एहतियात के तौर पर लेखपालों को भी सहयोग करने के लिए कहा गया है, जिससे काम आसानी से व सही तरीके से हो सके। पालिका क्षेत्र में नगरपालिका की टीम काम कर रही है।