सुचारु नहीं हो पा रही किसानों से धान की खरीद
संवादसूत्र पलियाकलां (लखीमपुर) सरकारी धान खरीद केंद्र अव्यवस्था से उबर नहीं पा रहे हैं। पहले सवाल खड़ा हुआ कि चंदनचौकी इलाके में तीन केंद्र क्यों लगा दिए गए बाद में भीरा मझगई और संपूर्णानगर में तौल सेंटर न लगने को लेकर मामला गर्म हुआ।
लखीमपुर: सरकारी धान खरीद केंद्र अव्यवस्था से उबर नहीं पा रहे हैं। पहले सवाल खड़ा हुआ कि चंदनचौकी इलाके में तीन केंद्र क्यों लगा दिए गए, बाद में भीरा, मझगई और संपूर्णानगर में तौल सेंटर न लगने को लेकर मामला गर्म हुआ। अब तक इन दो मुद्दों पर अधिकारियों के स्तर से कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। इस बीच पलिया मंडी में स्थापित राज्य खाद्य निगम के दो खरीद केंद्रों का एक साथ लगना चर्चा में है, लेकिन इन दो सेंटरों के बीच में कोई दूरी न होने के कारण किसानों को इसका कोई लाभ ही नहीं हो पा रहा है। यह सेंटर मंडी के किनारे पर एक दम सुनसान इलाके में लगाया गया है। स्थिति ये है कि केंद्र तो खुला है पर उसपर तौल कराने वाले किसान नहीं हैं। अब तक दो हजार क्विंटल धान ही खरीदा जा सका है। नमी की समस्या अभी भी बनी हुई है। केंद्र प्रभारी जसवंत सिंह ने बताया कि किसान धान लेकर आते हैं और मानक में फिट बैठने पर ही उनका धान लिया जाता है। फिलहाल दो दिन पहले जो धान आया था उसकी नमी 25 प्रतिशत थी, जो काफी ज्यादा है इस वजह से उसे नहीं खरीदा जा सका। उसे सुखाया जा रहा है। धान सूख जाने के बाद उसकी तौल की जाएगी। इस बीच आढ़ती लगातार धान की खरीद कर रहे हैं। स्थिति ये है कि मंडी की सड़कों और टीन शेड के नीचे आढ़तियों द्वारा खरीदे गए धान का ढेर लगता जा रहा है और सरकारी केंद्र सन्नाटे में डूबे हैं। तहसील स्तर पर प्रभारी होने तथा मंडी समिति में ही रहने के बाद भी एसडीएम द्वारा धान खरीद की बदहाली पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।