आदिवासी बोले! जब बड़ा हादसा होगा तभी बनेगी पुलिया
पोंगरा नाले की पुलिया न बनने से थारु क्षेत्र के दर्जनों गांव प्रभावित
लखीमपुर : जब तक कोई बड़ा हादसा न हो जाए विभाग चेतता ही नहीं। लगता है अब हादसे की नौबत आ चुकी है और हादसे का सबस बनेगी चंदनचौकी -दुधवा मार्ग पर स्थित जर्जर पोंगरा नाले की पुलिया। जो इतनी जर्जर हो चुकी है कि तेज बहाव से नीचे खोखला होने से धंसती जा रही है और कभी भी हादसे का सबब बन सकती है। पुलिया की जर्जरता को लेकर विभाग के प्रति रोष भरा हुआ है।
करमदास, लक्ष्मण राना, सुनील, संतराम, राजकुमार का कहना है कि जब पुलिया पर बड़ा हादसा होगा तभी जागेंगे विभाग वाले। दो वर्ष पूर्व से पुलिया जर्जर है। पुलिया को बनाने के लिए अस्थायी मार्ग बना दिया गया था। तत्कालीन जेई राजेश वर्मा द्वारा तब बताया गया था कि बाईपास बना कर अतिशीघ्र नयी पुलिया का निर्माण आरम्भ किया जायेगा। दो-तीन दिन तक पुलिया पर काम होने के बाद अचानक वनविभाग ने बाईपास बनाने में अड़ंगा लगा दिया और काम रुक गया था। उसके बाद पुलिया बनवाने की मांग सांसद तक पहुंची तो मार्च 2019 में उसका शिलान्यास भी कर दिया गया। शिलान्यास हुये कमोबेश डेढ़ साल होने को है पर पुलिया का काम शुरु नही हो सका। इस बाबत चंदनचौकी रेंजर पीके वर्मा ने बताया कि मौके पर लोकनिर्माण विभाग और वन विभाग के द्वारा सर्वे किया जा चुका है। अब जहां से बाईपास बनाया जाना है उसकी सहमति बन चुकी है। अब कब काम शुरू करना है ये तो लोकनिर्माण विभाग के हाथ में है।