जिले के 130 में 82 धान क्रय केंद्र बंद
एक तरफ किसान अपना धान बेचने के लिए दर-दर भटक रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रशासन ने जिले के 82 केंद्र बंद करा दिए।
लखीमपुर: एक तरफ किसान अपना धान बेचने के लिए दर-दर भटक रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रशासन ने जिले के 130 क्रय केंद्रों में से 82 को बंद कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों के इन केंद्रों को जिला मुख्यालय के राजापुर मंडी में शिफ्ट कर दिया गया है।
खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने निर्देश दिया है कि जिले में एक बार धान क्रय केंद्रों का निर्धारण के बाद अतिरिक्त धान क्रय केंद्र खोले जाने या निर्धारित अवधि से पहले केंद्र को बंद किए जाने की आवश्यकता होने पर इसका परीक्षण किया जाएगा। जिसके बाद डीएम की अध्यक्षता में समिति की बैठक होगी और उसमें केंद्र खोलने पर निर्णय लिया जाएगा। समिति के सदस्य जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी के साथ संस्था के जिला स्तरीय अधिकारी, सहायक आयुक्त निबंधक सहकारिता हैं। डिप्टी आरएमओ लालमणि पाण्डेय ने बताया कि जिले में 130 क्रय केंद्र खोले गए थे, इसमें से 82 केंद्र ऐसे चिन्हित किए गए हैं। जिन पर पिछले 20 दिनों से खरीद नहीं हुई है। हालांकि पहले ही मंडी समितियों में केंद्र शिफ्ट कर दिए गए थे, लेकिन जिन केंद्रों पर खरीद नहीं हो रही है। उन केंद्रों को बंद करने के लिए जिला स्तरीय समिति की बैठक होगी। डिप्टी आरएमओ ने बताया कि मंडियों में भी कुछ केंद्र कम किए जाएंगे। हालांकि कुछ चालू हालत में रहेंगे। जिससे अगर कोई किसान धान बेचने से रह गया है तो उसका धान खरीदा जा सके। पटरी पर लौटी राशन वितरण की व्यवस्था
प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप राशन वितरण प्रणाली ऑनलाइन से बहुत सुधार हो चुका है । इससे पहले कोटेदार कार्ड धारकों का पूरे पूरे माह का मिट्टी का तेल और राशन डकार जाते थे और कार्ड धारक शिकायत ही किया करते थे। इस व्यवस्था के तहत आप किसी भी राशन दुकान से अपना खाद्यान ले सकते हैं वितरण न होने की दशा में स्टाक रखना भी जरूरी है इन शिकायतों पर पूरी तरह विराम लग चुका है।