328 ग्राम पंचायतें ऑनलाइन, निकाल सकते हैं धनराशि
लखीमपुर जिले की 328 ग्राम पंचायतों के प्रधानों के लिए राहत भरी खबर है। उनकी ग्राम पंचायतें ऑनलाइन कर दी गई हैं और अब वे विकास कार्यों के लिए ग्राम निधि के खाते धनराशि आहरित कर सकते हैं।
लखीमपुर: जिले की 328 ग्राम पंचायतों के प्रधानों के लिए राहत भरी खबर है। उनकी ग्राम पंचायतें ऑनलाइन कर दी गई हैं और अब वे विकास कार्यों के लिए ग्राम निधि के खाते धनराशि आहरित कर सकते हैं। ग्राम पंचायतों को ऑनलाइन करने के लिए पिछले तीन अगस्त से धनराशि आहरण पर रोक लगी थी। जिससे गांवों में तमाम विकास कार्य बाधित पड़ा है। ग्राम पंचायतों को ऑनलाइन करने के लिए यह शर्त रखी गई थी कि प्रधान व सेक्रेटरी को प्रिया साफ्ट पर ग्राम निधि का करेंट डे बुक बंद करना पड़ेगा। कई बार कहने के बावजूद डाटा न मिलने पर पंचायतीराज विभाग ने सभी ग्राम पंचायतों के खाता संचालन पर रोक लगा दी थी लेकिन, अब डोगल प्रणाली के पूर्ण होने पर पीएफएमएस के माध्यम से धनराशि हस्ताक्षरित करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। 328 पंचायतों को ऑनलाइन कर दिया गया है और प्रधानों, सचिवों को डिजिटल सिग्नेचर भी दे दिया गया है। जिससे अब प्रधान विकास कार्य कराने के लिए धनराशि आहरित कर सकते हैं।
कितनी ग्राम पंचायतें हुईं ऑनलाइन
बांकेगंज 16, बेहजम 07, बिजुआ 20, धौरहरा 09, ईसानगर 11, कुंभी 27, लखीमपुर 09, मितौली 10, मोहम्मदी 36, नकहा 08, निघासन 23, पलिया 28, पसगवां 58, फूलबेहड़ 31, रमियाबेहड़ में 18 ग्राम पंचायतें ऑनलाइन हो गई हैं।
ऑपरेटरों की कमी आ रही आड़े
839 ग्राम पंचायतों की करेंट डे बुक अभी भी प्रिया साफ्ट पर चल रही है क्योंकि, ब्लॉकों पर ऑपरेटरों की कमी के कारण फीडिग का काम नहीं हो पा रहा है। कुछ जगहों पर प्राइवेट रूप से ऑपरेटर लगाकर काम निपटाया जा रहा है। ऑपरेटरों की कमी का असर ग्राम पंचायतों में विकास कार्य पर पड़ रहा है।
जिम्मेदार की सुनिए
डीपीआरओ अजय श्रीवास्तव कहते हैं कि ग्राम पंचायतों को ऑनलाइन करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों को भी करेंट डे बुक प्रिया साफ्ट पर बंद करना पड़ेगा। एडीओ पंचायत को निर्देश दिया गया है कि वे फीडिग का काम तेजी से कराएं।