107 में बफरजोन के 25 बाघों का पता नहीं
भारतीय वन्यजीव संस्थान की रिपोर्ट में भले ही दुधवा नेशनल पार्क के बफरजोन में 25 बाघों का पता नहीं।
लखीमपुर : भारतीय वन्यजीव संस्थान की रिपोर्ट में भले ही दुधवा नेशनल पार्क के बफरजोन में 25 बाघों की मौजूदगी बताई जा रही है, लेकिन इन बाघों के बारे में अधिकारियों को सटीक जानकारी नहीं है। सिर्फ दक्षिण खीरी वन प्रभाग के महेशपुर रेंज में 12 बाघ कैमरा ट्रैप में पाए गए हैं। अन्य बाघों के गन्ने के खेत में होने के कयास ही लगाए जा रहे हैं। अधिकारी भी नहीं बता रहे हैं कि ये बाघ किन रेंजों में घूम रहे हैं।
वर्ष 2018 की गणना रिपोर्ट के अनुसार दुधवा टाइगर रिजर्व में कुल 107 बाघ पाए गए हैं। इनमें किशनपुर सैंच्युरी में 33, दुधवा पार्क में 20, कर्तनियाघाट में 29 और बफरजोन में 25 बाघों की संख्या बताई गई है। बफरजोन को छोड़कर अन्य जगहों पर बाघों की संख्या को लेकर कोई संशय नहीं है, लेकिन बफरजोन इलाके और दक्षिण खीरी वन प्रभाग में बाघों की जो संख्या बताई जा रही है, उन्हें लेकर अधिकारी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बता पा रहे हैं। उनके मुताबिक, जंगल से बाघों का गन्ने के खेतों में आना-जाना होता रहता है, इसलिए साफ तौर पर कुछ भी नहीं बताया जा सकता। जिन स्थानों पर बाघों की मौजूदगी होती है वहीं पर ट्रेस करने के लिए कैमरे लगाए जाते हैं। इसके अलावा बाघों को ट्रेस करना मुश्किल होता है। जिम्मेदार की सुनिए
डीडी बफरजोन डॉ. अनिल पटेल का कहना है कि बफरजोन इलाके में बाघों की संख्या 25 बताई गई है। सभी बाघ लोकेट नहीं किए गए हैं। बाघों का जंगल से लेकर गन्ने के खेत में आना-जाना लगा रहता है। इसलिए ये नहीं कहा जा सकता है कि बाघ किस क्षेत्र में ज्यादा है।