बारह वर्ष बाद भी शुरू नहीं हुई जलापूर्ति
ग्रामीणों का कहना है कि जलजनित बीमारी से खोटही गांव के कई टोलों में बच्चों की मौत के बाद शासन ने दो ओवरहेड टैंकों को बनाने की स्वीकृति दी थी। लालाछपरा के भटवलिया टोले में 12 वर्ष पूर्व और खोटही गांव के देवीपुर टोले में 10 वर्ष पूर्व 850 किलोलीटर क्षमता वाले ओवरहेड टैंक बनाए गए थे।
कुशीनगर: रामकोला विकास खंड के खोटही व लालाछपरा गांव में एक दशक पूर्व दो ओवरहेड टैंकों का निर्माण हुआ। इसके बाद भी दोनों गांव के लोगों को शुद्ध जल मुहैया नहीं हो सका।
ग्रामीणों का कहना है कि जलजनित बीमारी से खोटही गांव के कई टोलों में बच्चों की मौत के बाद शासन ने दो ओवरहेड टैंकों को बनाने की स्वीकृति दी थी। लालाछपरा के भटवलिया टोले में 12 वर्ष पूर्व और खोटही गांव के देवीपुर टोले में 10 वर्ष पूर्व 850 किलोलीटर क्षमता वाले ओवरहेड टैंक बनाए गए थे। दोनों गांवों में पाइप लाइन बिछाने के बाद जलापूर्ति का परीक्षण किया गया। इस दौरान पाइप में जगह-जगह लीकेज सामने आई। उसके बाद से ही जलापूर्ति बंद है, लोग इंडिया मार्क और देसी हैंडपंप का पानी विवश हैं। विद्या निवास पांडेय, हरिलाल कुशवाहा, बैजनाथ साहनी, दीपक पांडेय आदि जलापूर्ति शुरू कराने की मांग की है। जलनिगम के अधिशासी अभियंता प्रमोद गौतम का कहना है कि दोनों गांवों में बिछाई गई पाइप को बदलने के लिए टेंडर होने वाला है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद पाइप लाइन सही करा कर जलापूर्ति शुरू कराई जाएगी। हैंडपंप खराब, पेयजल व्यवस्था लड़खड़ाई
फाजिलनगर ब्लाक के जोकवा बाजार, मधुरिया, दहारीपट्टी, लाला गुरवलिया, महुअवां खुर्द, सोहंग, पिपरा रज्जब समेत अधिकतर गांवों में लगे इंडिया मार्क टू हैंड पंप खराब पड़े हैं। कई गांवों में ओवरहेड टैंक भी शो-पीस बने हुए हैं। इससे ग्रामीणों को शुद्ध जल नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को बाध्य होंगे।