नारायणी नदी में बढ़ा पानी का डिस्चार्ज, एपी बांध पर दबाव
कुशीनगर में यास तूफान के चलते लगातार हो रही बारिश की वजह से शनिवार की सुबह 1.31लाख क्यूसेक दर्ज किया गया पानी का डिस्चार्ज बांध सुरक्षित संवेदनशील प्वाइंटों पर चल रहा बचाव कार्य।
कुशीनगर : नारायणी नदी में बाल्मीकि नगर बैराज से शनिवार की सुबह 10 बजे पानी का डिस्चार्ज बढकर 1.31लाख क्यूसेक होने से नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। नदी के बहाव में तेजी आने से ग्रामीणों में हलचल है। बंगाल की खाड़ी से उठे यास तूफान के प्रभाव से हो रही बारिश के चलते तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में स्थित एपी बांध के किमी 12.500 बाघाचौर पर गत वर्ष हुए परियोजना का रिकवेटमेंट 50 मीटर धंस गया है।
एपी बांध के ही किमी दो से किमी तीन पर दबाव बना है। वहीं नरवाजोत परियोजना बांध बचाव कार्य हो रहा है। उसके आगे बांध में नदी सट कर बह रही हैं। गत वर्ष एपी बांध के किमी .800 जंगली पट्टी के सामने किमी 13.00 बाघाचौर व किमी 14.00 अहिरौलीदान में हमेशा दबाव की स्थिति बनी रही। इस वर्ष भी नदी का दबाव उक्त प्वाइंटों पर बढ़ने की आशंका है। एसडीओ एसके प्रियदर्शी ने बताया कि बांध पूरी तरह सुरक्षित है। संवेदनशील प्वाइंटों पर बचाव कार्य चल रहा है।
बारिश में ढहा मकान का ऊपरी हिस्सा, अफरा-तफरी
अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के गांव घोघरा में शनिवार सुबह एक एक मंजिले मकान का ऊपरी हिस्सा भरभरा कर गिर गया। मौके पर अफरा-तफरी मच गई। संयोग ठीक रहा कि मकान में मौजूद लोग बाल-बाल बच गए। आसपास के लोगों ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया। मकान गिरने का कारण बारिश बताई जा रही है।
सुबह के लगभग सात बजे बारिश के चलते लोग अपने घरों में थे। इसी बीच राकेश शर्मा के मकान का ऊपरी हिस्सा भरभरा कर गिर पड़ा। मकान के निचले हिस्से में दुर्घटना के समय दो महिलाओं समेत पांच लोग मौजूद थे। संयोग ही रहा कि मकान गिरते समय कोई सदस्य ऊपरी हिस्से में मौजूद नहीं था। तेज आवाज सुनकर भूमि तल पर मौजूद लोग शोर मचाते हुए बाहर भागे। प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार सिंह ने बताया कि घटना की सूचना तहसील प्रशासन को दे दी गई है। एसडीएम हाटा प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि परिवार को जल्द ही आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी।