सजगता व बचाव से कोरोना संक्रमण से मिला छुटकारा
कुशीनगर के पडरौना निवासी कोरोना संक्रमित दो व्यक्तियों ने कहा कि सजग रहकर हिम्मत से उनलोगों ने कोरोना का सामना किया और स्वस्थ हो गए।
कुशीनगर : सजगता, बचाव और उचित इलाज से कोरोना संक्रमित हुए लोग तेजी से ठीक हो रहे हैं। संक्रमित होने पर घबराएं नहीं बल्कि अपना मन मजबूत रखें। डाक्टर से सलाह लें। उचित इलाज कराएं। ऐसा कर कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है।
यह बात कही पडरौना निवासी मोहन वर्मा ने। उन्होंने कहा कि बीमारी की पुष्टि होने पर खुद को हवादार कमरे में क्वारंटीन कर लिया। डाक्टरों की सलाह पर दवाएं लीं। दिन में नियमित रूप से तीन बार भांप ली और योगा कर मन को मजबूत रखा। बीमारी का भय मन पर कभी भारी होने दिया। दवाओं के साथ घरेलू उपचार अदरक के रस में लहसुन व मधु का भी सेवन किया। छींक या खांसी आ रही हो तो मुंह के सामने टिश्यू पेपर जरूर रखें। अगर मौके पर टिश्यू पेपर नहीं हो तो छींक के समय हाथ को आगे कर कोहनी से मुंह को ढ़कें। पौष्टिक आहार लें, खट्ठे फलों का सेवन करें। भोजन में दोनों समय दूध व कच्ची हल्दी का प्रयोग करें। काढे का सेवन करें। इन उपायों को कर 12 दिनों में मैं पूरी तरह स्वस्थ हो गया था। घबराएं नहीं, मन को मजबूत रखें, बीमारी जरूर हारेगी।
प्रभुनंद उपाध्याय ने कहा कि मजबूत आत्मबल, इच्छाशक्ति, संयम व डाक्टरों की सलाह से कोरोना को हराया जा सकता है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष प्रभुनंद उपाध्याय ने इसको आत्मसात कर कोरोना को मात दी। वह बताते हैं कि बुखार आने पर कोरोना की जांच कराई तो रिपोर्ट पाजिटिव आई। लेकिन मजबूत आत्मबल के चलते बीमारी को मन पर हावी नहीं होने दिया। संयमित दिनचर्या के बीच नियमित रुप से योगा ने मन व शरीर को और भी मजबूती दी। दिन में तीन बार गरारा किया। चार, पांच बार भांप तथा डाक्टर की सलाह ली। आक्सीमीटर से आक्सीजन लेवल से आक्सीजन का स्तर जांचता रहा। 12 दिन बाद दुबारा आरटीपीसीआर जांच कराई तो रिपोर्ट निगेटिव आई। सकारात्मक सोच बेहद जरूरी है। बीमारी की पुष्टि होने पर घबराएं नहीं बल्कि मन को मजबूत कर जरूरी उपाय करें।