दो नए थानों पर मुहर, डीजी कार्यालय ने पत्रावली शासन को भेजी
पुलिस अधीक्षक का कार्यभार ग्रहण करने के बाद विनोद कुमार सिंह ने यहां की आबादी भौगोलिक परिस्थितियों व जिले की कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिले में तरयासुजान थाने के तमकुहीराज पटहेरवा थाने के समउर बाजार तथा पडरौना कोतवाली के रवींद्रनगर में थाना खोलने का प्रस्ताव भेजा था। एसपी के प्रस्ताव पर डीजी कार्यालय ने तमकुहीराज व समउर बाजार में नए थाने खोलने पर अपनी मुहर लगा दी है।
कुशीनगर: बिहार से सटे कुशीनगर में शीघ्र दो नए थाने खुलेंगे। जिले से भेजे गए प्रस्ताव पर डीजी कार्यालय ने मुहर लगाते हुए थानों के निर्माण के लिए शासन को पत्रावली भेजी है। उम्मीद है कि शासन से जल्द ही अनुमति मिल जाएगी। इसके बाद थानों का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। 40 लाख से अधिक की आबादी वाले कुशीनगर में महिला थाना समेत कुल 18 थाने तथा चार सर्किल हैं। नए थानों की स्थापना के बाद यहां थानों की संख्या बढ़कर 20 हो जाएगी।
पुलिस अधीक्षक का कार्यभार ग्रहण करने के बाद विनोद कुमार सिंह ने यहां की आबादी, भौगोलिक परिस्थितियों व जिले की कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिले में तरयासुजान थाने के तमकुहीराज, पटहेरवा थाने के समउर बाजार तथा पडरौना कोतवाली के रवींद्रनगर में थाना खोलने का प्रस्ताव भेजा था। एसपी के प्रस्ताव पर डीजी कार्यालय ने तमकुहीराज व समउर बाजार में नए थाने खोलने पर अपनी मुहर लगा दी है। कार्यालय ने थाना निर्माण की अनुमति के लिए अब पत्रावली शासन को भेज दी है। विभाग के अनुसार शासन से भी नए थानों की स्थापना के लिए सकारात्मक संकेत मिला है। इससे इस बात की उम्मीद बढ़ गई है कि दो नए थानों के निर्माण के लिए जल्द ही दिशा-निर्देश जारी हो जाएगा। रवींद्र नगर में नए थाने पर नहीं मिली अनुमति
नए थानों में पडरौना कोतवाली के रवींद्रनगर में भी नया थाना प्रस्तावित था, लेकिन वहां विभाग के नाम भूमि न होने से डीजी कार्यालय ने अनुमति नहीं दी। तरयासुजान थाने के तमकुहीराज व पटहेरवा थाने के समउर बाजार में विभाग के पास भूमि उपलब्ध है। नए थानों में संबंधित के अलावा सीमावर्ती थानों के गांव शामिल होंगे।
एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि रवींद्रनगर, समउर बाजार तथा तमकुहीराज में थाने की स्थापना को लेकर डीजी कार्यालय को प्रस्ताव भेजा गया था। वहां से तमकुहीराज व समउर बाजार में नए थाने खोलने की सहमति मिल गई है। इन जगहों पर विभाग के पास भूमि भी उपलब्ध है। उम्मीद है कि जल्द ही शासन से मंजूरी मिल जाएगी। थाने बढ़ने से संसाधन बढ़ेंगे, जिससे कानून-व्यवस्था और सुदृढ़ होगी।