तीन माह में बदला नलकूप का मोटर, पेयजल का संकट
सरकार आमजन को स्वच्छ पानी पिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है
कुशीनगर: सरकार आमजन को स्वच्छ पानी पिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। गांवों में भी ओवरहेड टैंक बनाए गए हैं, लेकिन विभागीय लापरवाही से लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। फागूछापर में तीन माह से ओवरहेड टैंक के नलकूप का मोटर जला पड़ा है, कोई सुध लेने वाला नहीं है। लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं।
यही नहीं, वर्ष 2002 में टैंक का निर्माण कराया गया था, लेकिन आज तक इसकी सफाई नहीं हुई। बाघाचौर दक्षिणी, बाघाचौर खास, नोनियापट्टी, फागूछापार, विनोद नगर, पंचायत भवन समेत करीब 10 हजार की आबादी को दूषित जल का सेवन करना पड़ता है। इधर तो पानी ही नहीं मिल रहा है। वीडीओ सेवरही विवेकानंद मिश्र ने कहा कि शीघ्र इसे ठीक कराया जाएगा। जनार्दन यादव ने कहा कि जलापूर्ति के लिए बिछाई गई पाइप लाइन जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। जब नलकूप चलता है तो पाइप में पानी के साथ गंदगी चली जाती है, जिससे प्रदूषित पानी लोगों के घरों में पहुंचता है। नथुनी यादव ने बताया ओवरहेड टैंक जबसे बना उसके बाद सफाई नहीं कराई गई। परिसर में भी गंदगी का अंबार लगा है। कोई ध्यान नहीं दे रहा है। कलींद्र यादव ने बताया गांव में ओवरहेड टैंक बनने के बाद पानी का कनेक्शन लिया था। पाइप क्षतिग्रस्त होने की वजह से कभी घर तक पानी नहीं पहुंचा। आरओ का पानी खरीद कर पीना पड़ता है। ग्राम प्रधान संजय यादव ने बताया कि पेयजल संकट से सभी को जूझना पड़ रहा है। कभी भी पानी की सप्लाई समय से नहीं होती है। अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई, लेकिन सुधार नहीं हो रहा है। दूषित पानी पीने को मजबूर हैं ग्रामीण
उजारनाथ: तमकुही विकास खंड के चंद्रौटा गांव में जल निगम की लापरवाही से ग्रामीण दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। ओवरहेड टैंक से जुड़ी पाइप में जगह-जगह लीकेज हैं। इससे नाली का दूषित पानी पाइप में चला जाता है। गांव के अभिषेक तिवारी, प्रमोद, अमरेश, अशोक, सुरेंद्र मिश्र, सत्यवान तिवारी आदि ने जलनिगम अधिकारी को पत्र भेजकर लीकेज बंद कराने की मांग की है।