अभियान.. जानलेवा स्पाट हैं, संभलकर चलिए
हाईवे पर सफर करने वाले जरा संभल कर वाहन चलाएं नहीं तो कोहरे में जानलेवा स्पाट उनके लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। एआरटीओ विभाग ने कागजों में तो ब्लैक स्पाट 10 चिह्नित किए हैं लेकिन इसमें सुधार के कोई भी कारगर कदम उठाए गए।
कुशीनगर : हाईवे पर सफर करने वाले जरा संभल कर वाहन चलाएं, नहीं तो कोहरे में जानलेवा स्पाट उनके लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। एआरटीओ विभाग ने कागजों में तो ब्लैक स्पाट 10 चिह्नित किए हैं, लेकिन इसमें सुधार के कोई भी कारगर कदम उठाए गए। यहां तक कि वहां न तो संकेतक लगा है और न ही सफेद रंग की चमकीला पट्टी। जबकि जनपद में तीन दर्जन से अधिक स्पाट फोरलेन से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बने हुए हैं। दुर्घटनाओं का मुख्य वजह अधिकतर चालकों के यातायात नियमों के पालन न करने के साथ शराब पीना भी सामने आया है। चूंकि नशे की हालत में वाहन चलाने वाले चालकों की जांच बिना अस्पताल ले गए संभव नहीं है। इसलिए वे भी डरते नहीं हैं।
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यहां है तकनीकी दोष
-लगातार भारी वाहनों के आवागमन से सुकरौली से लेकर बिहार बार्डर के बहादुरपुर चौकी के बीच सड़कें धंसनी शुरू हो गई हैं, जो बराबर न होने के कारण तकनीकी दोष का शिकार है।
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खामी दूर करने के नहीं हुआ सार्थक प्रयास
-फोरलेन की गड्ढा मुक्त व धंसी सड़कों की खामियों को दूर करने के नाम पर एनएचएआइ ने केवल पैचिग की कार्रवाई कराई है, जो सार्थक नहीं है। इसकी वजह से कई स्थानों पर सड़कें बराबर नहीं है।
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वाहनों की नहीं होती नियमित जांच
-फोरलेन पर वाहनों की नियमित जांच की कोई व्यवस्था नहीं है। कभी कभार जिले के दो स्थानों पर स्थित टोल प्लाजा पर वाहनों की जांच के नाम पर खानापूíत की जाती है। इसमें चालक व खलासी की नहीं की जांच होती है।
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केवल अभियान चलने पर जागरूक किए जाते चालक
-पुलिस अथवा एआरटीओ विभाग के अभियान चालू होने पर फोरलेन पर वाहन चालकों को जागरूक करते हैं। इससे बाद कोई अभियान नहीं चलता है।
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पहले थीं अब हट गई सड़क किनारे शराब की दुकानें
-पूर्व में फोरलेन के किनारे शराब की दुकानें स्थापित थीं, जिन्हें शासन के निर्देश के बाद फोरलेन से हटा कर अंदर कर दिया गया। इसमें सुकरौली, हाटा, कुसया, फाजिलनगर, तमकुहीराज, सलेमगढ़ आदि स्थानों की दुकानें हटा दी गईं है।
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कहते हैं एनएचआइ अधिकारी
एनएचएआइ के अधिकारी श्रीप्रकाश पाठक कहते हैं कि बरसात में फोरलेन पर जहां-जहां गड्ढे थे, वहां की सड़कें मरम्मत करा दी गई है। अब कहीं गड्ढे नहीं है। कोहरे को देखते हुए डिवाइडर के बीच उगी झाड़ी झंखाड़ की सफाई कराई जा रही है। शिकायत मिलने पर तत्काल सड़का को दुरुस्त कराया जाएगा।