खिरिया टोला में थी कानून-व्यवस्था में खलल डालने की साजिश
नगर के खिरिया टोला में गुरुवार को बिगड़े हालत के पीछे गहरी साजिश थी। मकसद था नागरिकता संशोधन कानून के बहाने शांति-व्यवस्था में खलल पैदा करना। कानून से बेखौफ युवाओं का हुजूम मनमानी पर उतारू था। हालांकि पुलिस चौकस रही नहीं तो हालात बिगड़ने में तनिक देर नहीं थी।
कुशीनगर: नगर के खिरिया टोला में गुरुवार को बिगड़े हालत के पीछे गहरी साजिश थी। मकसद था नागरिकता संशोधन कानून के बहाने शांति-व्यवस्था में खलल पैदा करना। कानून से बेखौफ युवाओं का हुजूम मनमानी पर उतारू था। हालांकि पुलिस चौकस रही नहीं तो हालात बिगड़ने में तनिक देर नहीं थी।
11 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद से ही एक खास वर्ग इसका विरोध कर रहा। विरोध के उठे स्वर के बाद कई जगहों पर हालात बेकाबू होते दिखे। कुशीनगर जिला प्रशासन द्वारा जिले में धारा 144 लागू कर दी गई। जगह-जगह बैठक कर कानून को लेकर फैलाए जा रहे अफवाह के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू हो गया।
इन सब के बीच नगर के खिरिया टोला में सुबह लगभग नौ बजे बड़ी संख्या में एक खास वर्ग के युवा एकत्रित हुए। युवाओं में कई अपने हाथों में तख्तियां लिए हुए थे। जिस पर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया गया था। युवा रैली निकाल ज्ञापन देने की तैयारी में थे। इसकी भनक जब नगर कोतवाली पुलिस को लगी तो पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने कुछ युवाओं से बात कर रैली निकालने व ज्ञापन देने के कार्यक्रम को स्थगित करने की अपील की। बताया जा रहा कि इस बीच कुछ युवाओं ने पुलिस व व्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जिस पर पुलिस ने कानून-व्यवस्था में खलल डालने वालों से कड़ाई से निपटने की चेतावनी दी। हालांकि तब मामला शांत हो गया।
दिन में 11 बजे के लगभग एक बार फिर खिरिया टोला से सैकड़ों की संख्या में युवाओं द्वारा रैली निकालने की खबर मिली। पुलिस फिर तत्काल मौके पर पहुंच गई। पुलिस देख कुछ अराजकतत्व ईंट-पत्थर चलाने लगे। पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। खिरिया टोला में हालात बेकाबू होते इससे पहले ही पुलिस प्रशासनिक अफसर बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंच गए।
छानबीन शुरू हो गई। पता चला कि कानून के विरोध की आड़ में बड़ी साजिश रची गई थी। जिसमें युवाओं को आगे किया गया था। एसपी विनोद कुमार मिश्र ने कहा कि कानून के विरोध की आड़ में अराजकता बर्दाश्त नहीं होगी। पुलिस की हर गतिविधि पर नजर है।