परिणय सूत्र में बंधे 21 जोड़े
स्वयं सेवी संस्था के तत्वावधान में गुरुवार को आयोजित सामूहिक विवाह में 21 जोड़े एक-दूजे के हुए। विवाह वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ। निर्धन कन्याओं को दहेज के साजो-सामान के साथ विदा किया गया।
कुशीनगर : स्वयं सेवी संस्था के तत्वावधान में गुरुवार को आयोजित सामूहिक विवाह में 21 जोड़े एक-दूजे के हुए। विवाह वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ। निर्धन कन्याओं को दहेज के साजो-सामान के साथ विदा किया गया।
सलेमगढ़ शिव मंदिर से प्रात: नौ बजे हाथी-घोड़े, वाद्य यंत्रों से सजी सत्रह दुल्हनों का स्वागत अवधनाथ ठकुराई, राजकुमार शाह ने किया। महिलाओं ने मंगलाचरण के बीच दूल्हों का परछावन किया व द्वार पूजा की रस्म पूरा की। एक साथ सभी को विवाह मंच पर पहुंचाया गया। दूल्हा-दुल्हन की जोड़ियों ने एक-दूसरे के गले में वर माला डाल वरण किया। आशीर्वाद समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व विधायक डा. पीके राय ने कहा कि सामूहिक विवाह का यह कार्यक्रम धार्मिक यज्ञ से भी बड़ा है। कहा निर्धन कन्याओं का विवाह कराना चार धाम की यात्रा से भी बड़ा पुण्य का कार्य है।
विशिष्ट अतिथि प्रमुख डा. उदय नारायण गुप्त, कुडंल बाबा, विभा सिंह, प्रेमचंद यादव, रमेश पाल, नारायण गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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परिणय सूत्र में बंधे यह जोड़े
बसंत-संगीता, रमाकांत - सविता, चंदन चौहान - पुष्पा, श्रवण -अनीता, छोटेलाल -मुन्नी, बबलू कुमार - खुशबू, राधेश्याम - गीता, मुन्नीलाल - पार्वती, सूरज - निक्की, टुनटुन - अंजली, अखिलेश बैठा - निधि, जैकी - रेखा, अनिल - खुदी,बहारन सिंह - संगीता, पिटू - रेशमा, नरेंद्र - पिकी शर्मा, शंभू - राधिका, उमेश - आरती, रामेश्वर - रीना, मनोज - प्रीति