लंबित मामलों के निस्तारण में तेजी लाएं जिम्मेदार
दफ्तर में खतौनी लेने आए लोगों से पूछताछ की। दोबारा एसडीएम कार्यालय गए जहां शिकायतों के निस्तारण से संबंधित अभिलेखों की जांच की और दर्जन भर निस्तारण पत्रावली को यह कहकर साथ लेते गए कि संबंधित शिकायतकर्ता से वार्ता के बाद पत्रावली पुन वापस कर दी जाएगी। मौके पर आपूर्ति निरीक्षक के तलब किए जाने के बाद भी वह अनुपस्थित मिले।
कुशीनगर: नोडल अधिकारी व पूर्व आयुक्त गोरखपुर पी गुरु प्रसाद ने शुक्रवार को तमकुहीराज तहसील का निरीक्षण किया। उन्होंने मातहतों को खामियों को शीघ्र दूर कर कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। एसडीएम आफिस में अभिलेखों की जांच के बाद उन्होंने तहसीलदार कोर्ट में मुकदमे के निस्तारण की स्थिति देखी। मुकदमों के निस्तारण ढिलाई पर न्यायालय अक्सर न चलने की बात सुन उन्होंने बार और बेंच में सहमति बनाने को कहा। रजिस्ट्रार-कानूनगो कक्ष के बाद रिकार्ड रूम का निरीक्षण किया, जहां अनियमितता पाए जाने पर रजिस्ट्रार-कानूनगो को एक महीने में सुधार की चेतावनी दी। दफ्तर में खतौनी लेने आए लोगों से पूछताछ की। दोबारा एसडीएम कार्यालय गए जहां शिकायतों के निस्तारण से संबंधित अभिलेखों की जांच की और दर्जन भर निस्तारण पत्रावली को यह कहकर साथ लेते गए कि संबंधित शिकायतकर्ता से वार्ता के बाद पत्रावली पुन: वापस कर दी जाएगी। मौके पर आपूर्ति निरीक्षक के तलब किए जाने के बाद भी वह अनुपस्थित मिले। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सुनील श्रीवास्तव, अशोक राय, हृदयानंद सिंह, मारकंडेय वर्मा व अन्य ने तहसील से संबंधित समस्याओं से संबंधित पत्रक सौंप कार्रवाई की मांग की। नोडल अधिकारी ने कहा कि वादकारियों को त्वरित न्याय दिलाने की दिशा में सम्मिलित प्रयास जरूरी है। डीएम एस राजलिगम, एसडीएम छेदी लाल सोनकर, तहसीलदार दीपक गुप्ता, सीएमओ डा.सुरेश कटारिया आदि मौजूद रहे।
उपलब्धता के बाद दवा न दिए जाने पर जताई नाराजगी
नोडल अधिकारी पी गुरु प्रसाद ने सीएचसी तमकुहीराज का निरीक्षण किया। उपलब्धता के बावजूद मरीजों को दवा न दिए जाने पर नाराजगी जताई। इस दौरान पायी गई कमियों को लेकर सीएमओ को आधा दर्जन स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिए। कोरोनारोधी टीकाकारण का अपडेट लेने के दौरान लोगों ने सर्जन की तैनाती की मांग की, जिस पर तत्काल सर्जन की तैनाती के निर्देश दिए। सबसे पहले नोडल अधिकारी दवा वितरण कक्ष पहुंचे, जहां दवा की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त करने के बाद वितरण रजिस्टर न बनाए जाने पर फटकार लगाते हुए लापरवाही बरतने की बात कही। इसके बाद फार्मासिस्ट कक्ष पहुंचे और जानकर हैरान हो गए कि दवा की उपलब्धता के बावजूद भी मरीजों को दवा वितरण में कोताही की जा रही है। इलाज कराने आई पड़ोसी प्रांत बिहार की गोपालगंज जनपद के पंचदेवरी प्रखंड के ग्राम तेतरिया से आई जहाबुननिशा से पूछताछ की तो पता चला कि दवा होने के बाद भी मरीज को 425 रुपये की दवा बाजार से खरीदनी पड़ी। आपरेशन थियेटर, महिला अस्पताल और कोविड टीकाकारण कक्ष का विधिवत निरीक्षण किया और महिला चिकित्सक के अभाव से आई मुश्किलों के समाधान के लिए सीएमओ को तुरंत कार्यवाही का निर्देश दिए। नोडल अधिकारी व डीएम ने कोविड कक्ष के निरीक्षण के दौरान अभिलेखों में कमी पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त किया और कहा कि सुधार न होने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहे। इस दौरान आशा कर्मियों के हड़ताल पर रहने पर कहा कि अगर आशा कर्मी शांति ढंग से आंदोलन कर रही हैं तो ठीक है, लेकिन गर्भवती महिलाओंको अस्पताल आने से रोकती हैं तो उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाए। स्थानीय लोगों ने जब बताया कि अवकाश प्राप्त कर्मी अभी भी सरकारी आवास को कब्जे में लेकर किराए पर चला रहे हैं, तो उन्होंने सीएमओ को तत्काल खाली कराने के निर्देश दिए।