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कुशीनगर में पकड़े गए 10 नेपाली सहित 11 जमाती

एसपी विनोद कुमार मिश्र का कहना है कि सभी धर्म प्रचारक हैं जमात के जरिये ये अपना जीविकोपार्जन करते हैं। ये कहां-कहां रुके थे और किन लोगों ने शरण दी थी इसकी जांच की जा रही है। जमातियों के किसी नेटवर्क से जुड़े होने या किसी गलत मंशा से यहां आने की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सभी के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सभी सेवरही स्थित अस्पताल में क्वारंटाइन में हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Apr 2020 10:42 PM (IST)Updated: Wed, 15 Apr 2020 10:42 PM (IST)
कुशीनगर में पकड़े गए 10 नेपाली सहित 11 जमाती
कुशीनगर में पकड़े गए 10 नेपाली सहित 11 जमाती

कुशीनगर: तुर्कपट्टी थाने के मधुरिया चौकी की पुलिस ने बुधवार की सुबह सात बजे जोकवा बाजार से होकर गुजर रहे 10 नेपाली सहित 11 जमातियों को धर दबोचा और इन्हें हिरासत में लेने के बाद कसया के सपहा में बने विशेष अस्पताल में भेज दिया। यह पांच मार्च को सोनौली सीमा पार कर भारत में प्रवेश किए थे। सात मार्च को खड्डा थानाक्षेत्र के खैरी गांव स्थित मस्जिद में इस्तमा में शामिल हुए। उसके बाद इधर- उधर रह रहे थे। इसी बीच कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन हो जाने के बाद वह विभिन्न मस्जिदों में छिप कर रहने लगे। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया कि बिहार के रास्ते पुन: नेपाल जा रहे थे।

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चौहानपट्टी गांव के शंभू चौहान व जोकवा बाजार के राजेंद्र शर्मा ने जमातियों को फोरलेन के रास्ते जाते देखा और पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उनसे कड़ाई से पूछताछ की तो उन सभी ने अपने को जमाती बताया। इनकी पहचान अहमद हुसैन निवासी कविलासा थाना पातो, मो.कमरूल हुसैन निवासी राजगिराज थाना राजगिराज, मो.तैय्यब निवासी गौरा थाना बौदे बरसाई, मो.रफीद रहमान निवासी रामपुर थाना रूपनी, इस्लाम मियां निवासी कविलासा थाना पातो, मो.जावेद अख्तर निवासी थाना बुधैवा, मो.नजीर निवासी गौरा थाना बौउदे बरसाइन, मो.वकील निवासी गौरा थाना बौदे बरसाई, मो.नजीर निवासी गौरा थाना बौउदे बरसोई जिला सप्तरी नेपाल, मुजीब उर रहमान निवासी थाना हरिपुर जिला सुनसरी, अब्दुल गफूर निवासी रैयम थाना भैरव जिला मधुबनी बिहार के रूप में हुई। इन सभी की उम्र 20 से लेकर 60 वर्ष के बीच है। लॉकडाउन की अवधि में बीते 22 दिन कहां रहे इस बावत वह कुछ भी स्पष्ट नहीं बता सके। बिहार निवासी अब्दुल गफूर से नेपाली जमातियों की मुलाकात सात मार्च को खड्डा में हुई थी, तभी से वह उनके साथ है।

एसपी विनोद कुमार मिश्र का कहना है कि सभी धर्म प्रचारक हैं, जमात के जरिये ये अपना जीविकोपार्जन करते हैं। ये कहां-कहां रुके थे, और किन लोगों ने शरण दी थी, इसकी जांच की जा रही है। जमातियों के किसी नेटवर्क से जुड़े होने या किसी गलत मंशा से यहां आने की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सभी के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सभी सेवरही स्थित अस्पताल में क्वारंटाइन में हैं।


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