Move to Jagran APP

दाढ़ी के लिए मांगी अनुमति तो एसपी ने नहीं लगाई देर

पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात 45 वर्ष के मेराजुद्दीन 48 वर्ष के मोहम्मद मतीन 47 वर्ष के नजीमुल्लाह व 52 वर्ष के मोहम्मद हासिन उर्दू अनुवादक हैं। पदीय दायित्वों के साथ-साथ धार्मिक दायित्वों के निर्वहन के लिए इन लोगों ने दाढ़ी भी रखी है लेकिन प्रदेश पुलिस के मुखिया की तरफ से जारी निर्देश के चलते ये पखवारे भर से संशय में थे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 11:05 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 11:05 PM (IST)
दाढ़ी के लिए मांगी अनुमति तो एसपी ने नहीं लगाई देर
दाढ़ी के लिए मांगी अनुमति तो एसपी ने नहीं लगाई देर

कुशीनगर:वर्दी पहन कर कानून का अनुपालन कराने वालों ने जब दाढ़ी रखने की इच्छा जताई तो पुलिस अधीक्षक ने भी बिना देर लगाए मातहतों को इसकी मंजूरी दे दी। बीते दिनों पुलिसकर्मियों के चुस्त-दुरुस्त दिखने को लेकर जारी फरमान के चलते ये पुलिसकर्मी उलझन में थे। मन में सवाल थे कि अब दाढ़ी रख सकेंगे भी या नहीं लेकिन मुखिया की उदारता ने इन पुलिसकर्मियों की इच्छा को टूटने से बचा लिया।

loksabha election banner

पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात 45 वर्ष के मेराजुद्दीन, 48 वर्ष के मोहम्मद मतीन, 47 वर्ष के नजीमुल्लाह व 52 वर्ष के मोहम्मद हासिन उर्दू अनुवादक हैं। पदीय दायित्वों के साथ-साथ धार्मिक दायित्वों के निर्वहन के लिए इन लोगों ने दाढ़ी भी रखी है, लेकिन प्रदेश पुलिस के मुखिया की तरफ से जारी निर्देश के चलते ये पखवारे भर से संशय में थे। दाढ़ी को लेकर इनके सामने उलझन खड़ी हो गई थी। 25 नवंबर को इन लोगों ने आवेदन कर दाढ़ी रखने की अनुमति मांगी। अगले ही दिन पुलिस अधीक्षक ने नियमानुसार निर्देश जारी करते हुए सभी को दाढ़ी रखने की अनुमति दे दी, जिससे अब दाढ़ी को लेकर इनका संशय दूर हो गया और सभी खुश है।

यह है डीजीपी का निर्देश

-सिख धर्म के पुलिसकर्मियों को छोड़कर अन्य सभी पुलिस बल के कर्मचारियों के लिए अब दाढ़ी क्लीन शेव रखना अनिवार्य होगा। धार्मिक दायित्वों के निर्वहन के लिए अगर दाढ़ी रखना आवश्यक है तो इसके लिए विभागीय मुखिया की अनुमति जरूरी होगी। हालांकि पुलिसकर्मी अपनी पसंद की मूछें रख सकेंगे, लेकिन मूछ के बाल की छोटे और सही तरीके से कटिग होनी चाहिए। इसी तरह पुलिसकर्मी कार्यालय तथा ड्यूटी के दौरान निर्धारित स्वच्छ वर्दी और हेड गियर ही धारण करें। वर्दी के पैटर्न शू के अतिरिक्त कोई अन्य जूता, चप्पल या सैंडल नहीं पहनें। गलत वर्दी, टोपी, नेम प्लेट तथा कमीज के बटन खुला रखने तथा निर्धारित जूता-मोजा न पहनने वाले पुलिसकर्मी को चिन्हित कर उन्हें इसके लिए टोका जाएगा जिससे कि वह आगे से ऐसा न करें।

एसपी विनोद कुमार सिंह ने कहा कि

पुलिसकर्मियों के चुस्त-दुरुस्त दिखने के लिए यह कदम उठाया गया है। चार कर्मियों ने दाढ़ी रखने की अनुमति मांगी थी, जिन्हें नियमानुसार अनुमति दे दी गई। कार्यालय तथा ड्यूटी के दौरान निर्धारित मानकों की अनदेखी करने वालों को चिह्नित कर जवाबदेही तय की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.