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लीबिया से दिल्ली पहुंचे मुन्ना समेत सात भारतीय

कुशीनगर वतन वापसी से ठीक पहले लीबिया में अपहृत कुशीनगर के मुन्ना चौहान समेत सभी सात भार

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 12:27 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 12:27 AM (IST)
लीबिया से दिल्ली पहुंचे मुन्ना समेत सात भारतीय
लीबिया से दिल्ली पहुंचे मुन्ना समेत सात भारतीय

कुशीनगर : वतन वापसी से ठीक पहले लीबिया में अपहृत कुशीनगर के मुन्ना चौहान समेत सभी सात भारतीय रिहा होकर बुधवार दोपहर में दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। लीबिया की बेंघाजी चार्टर प्लेन से उन्हें यहां लाया गया। लीबिया स्थित भारतीय दूतावास ने अपने खर्चे से इनका बेंघाजी चार्टर प्लेन में टिकट बुक कराया था। स्वदेश पहुंचने की खबर मिलते ही मुन्ना के स्वजन झूम उठे।

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जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के गांव गड़हिया बसंतपुर निवासी मुन्ना चौहान आर्गन बेल्डिग का काम करता है। सितंबर 2019 में वह दिल्ली स्थित एक कंपनी एनडी इंटरप्राइजेज ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से लीबिया गया था। मुन्ना सहित सात कामगारों का वीजा 13 सितंबर 2020 को ही समाप्त हो गया। इसी दिन उसने अपनों से बात कर 17 सितंबर को लीबिया से दिल्ली के लिए फ्लाइट होने की जानकारी दी थी। इसके बाद उसका संपर्क टूट गया। पत्नी, बच्चे व रिश्तेदारों ने उससे संपर्क करने की बहुत कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। 17 सितंबर को भी जब कोई खबर नहीं मिली तो स्वजन अनहोनी की आशंका से घिर गए। महराजगंज जिले के कोठीभार क्षेत्र के बैजनाथपुर निवासी व मुन्ना के रिश्तेदार लल्लन ने 27 सितंबर को दिल्ली पहुंच लीबिया भेजने वाली कंपनी में पूछताछ की तो आतंकियों द्वारा मुन्ना समेत सात भारतीयों के अपहरण किए जाने की बात सामने आई। स्वजन से मिली जानकारी के बाद विदेश व गृह मंत्रालय सक्रिय हो गया। भारत सरकार के बढ़ते दबाव के बाद लीबियाई कंपनी ने आतंकियों की मांग पूरा कर बंधक बने सभी भारतीयों को रिहा कराया। 11 अक्टूबर की आधी रात को मुन्ना ने फोन से पत्नी व मां से बात की। तब जाकर पीड़ित स्वजन राहत महसूस किए। 24 अक्टूबर को लीबिया स्थित दूतावास ने मुन्ना समेत सभी भारतीयों का अपने खर्चे से बेंघाजी चार्टर प्लेन में स्वदेश वापसी के लिए टिकट बुक कराया था। स्वजन के अनुसार मुन्ना ने बातचीत में यह बताया कि वह 30 अक्टूबर को गांव पहुंचेगा। अपहृत अन्य भारतीयों में देवरिया, बिहार व आंध्रप्रदेश के कामगार थे।


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