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28 को वतन लौटेंगे लीबिया में बंधक बने मुन्ना समेत सात भारतीय

जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के गांव गड़हिया बसंतपुर निवासी मुन्ना चौहान आर्गन वेल्डिग का काम करता है। सितंबर 2019 में वह दिल्ली स्थित एक कंपनी एनडी इंटरप्राइजेज ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से लीबिया गया था।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 11:05 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 11:05 PM (IST)
28 को वतन लौटेंगे लीबिया में बंधक बने मुन्ना समेत सात भारतीय
28 को वतन लौटेंगे लीबिया में बंधक बने मुन्ना समेत सात भारतीय

कुशीनगर: वतन वापसी से ठीक पहले लीबिया में अपहृत कुशीनगर के मुन्ना चौहान समेत सभी सात भारतीय 28 अक्टूबर को दिल्ली पहुंचेंगे। लीबिया स्थित भारतीय दूतावास ने अपने खर्चे से इनका बेंघाजी चार्टर प्लेन में टिकट कराया है। दूतावास की तरफ से सभी सातों भारतीयों के स्वजन को हवाई टिकट की फोटो वाट्सएप से भेज इसकी पुष्टि की गई है। यह खबर मिलते ही मुन्ना के स्वजन खुशी से झूम उठे।

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जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के गांव गड़हिया बसंतपुर निवासी मुन्ना चौहान आर्गन वेल्डिग का काम करता है। सितंबर 2019 में वह दिल्ली स्थित एक कंपनी एनडी इंटरप्राइजेज ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से लीबिया गया था। मुन्ना सहित सात कामगारों का वीजा 13 सितंबर 2020 को ही समाप्त हो गया। इसी दिन उसने अपनों से बात कर 17 सितंबर को लीबिया से दिल्ली के लिए फ्लाइट होने की जानकारी दी थी। इसके बाद उसका संपर्क टूट गया। पत्नी, बच्चे व रिश्तेदारों ने उससे संपर्क करने की बहुत कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। 17 सितंबर को भी जब कोई खबर नहीं मिली तो स्वजन अनहोनी की आशंका से घिर गए। महराजगंज जिले के कोठीभार क्षेत्र के बैजनाथपुर निवासी व मुन्ना के रिश्तेदार लल्लन ने 27 सितंबर को दिल्ली पहुंच लीबिया भेजने वाली कंपनी में पूछताछ की तो आतंकियों द्वारा मुन्ना समेत सात भारतीयों के अपहरण किए जाने की बात सामने आई। स्वजन से मिली जानकारी के बाद विदेश व गृह मंत्रालय सक्रिय हो गया। भारत सरकार के बढ़ते दबाव के बाद लीबियाई कंपनी ने आतंकियों की मांग पूरा कर बंधक बने सभी भारतीयों को रिहा कराया। 11 अक्टूबर की आधी रात को मुन्ना ने फोन से पत्नी व मां से बात की। तब जाकर पीड़ित स्वजन राहत महसूस किए। अपहृत अन्य भारतीयों में देवरिया, बिहार व आंध्रप्रदेश के कामगार थे।

नम हो गई बूढ़ी मां, पत्नी व बच्चों की आंख

मुन्ना के परिवार में बूढ़ी मां चंद्रावती, पत्नी संजू, 13 वर्षीय बेटी रानी कुमारी, आठ वर्षीय विश्वजीत उर्फ करन व चार वर्षीय सर्वेश हैं। पिता रामबचन चौहान का 10 वर्ष पहले बीमारी से निधन हो गया। शुक्रवार रात को मुन्ना के वतन वापसी की टिकट मिलने के बाद सभी की आंख खुशी से नम हो उठी।

एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि जिले के युवक के लीबिया में अपहृत होने की जानकारी मिली थी। मामला उच्च स्तरीय था। पुलिस स्वजन के लगातार संपर्क में है।


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