अतिक्रमण नहीं हटा तो आंदोलन करेंगे नगरवासी
नगरपालिका परिषद कुशीनगर के संत गाडगे नगर सपहां बाजार स्थित पोखरे पर हुए अतिक्रमण के कारण जल निकासी बाधित है। इससे संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका से लोग भयभीत हैं। वर्ष 2012-13 में तत्कालीन प्रधान एके बादल ने पोखरा अराजी नंबर 634 जो 36 डिस्मिल में है हुए अतिक्रमण हटवाकर सुंदरीकरण कराने के लिए तहसील प्रशासन को प्रार्थना पत्र दिया था।
कुशीनगर: नगरपालिका परिषद कुशीनगर के संत गाडगे नगर सपहां बाजार स्थित पोखरे पर हुए अतिक्रमण के कारण जल निकासी बाधित है। इससे संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका से लोग भयभीत हैं। वर्ष 2012-13 में तत्कालीन प्रधान एके बादल ने पोखरा अराजी नंबर 634 जो 36 डिस्मिल में है, हुए अतिक्रमण हटवाकर सुंदरीकरण कराने के लिए तहसील प्रशासन को प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें प्रशासन ने 22 बी का मुकदमा भी पंजीकृत कराया था। इसके बाद प्रक्रिया ठंडे बस्ते में पड़ गई। सोहन लाल केसरी, चना चौहान, अंगद केसरी, कृष्णा जायसवाल, अनवर सिद्दीकी, मोहन लाल जायसवाल आदि ने कहा कि पोखरे में वर्षों से गंदा पानी एकत्रित है। पालतू जानवर कभी-कभी इसमें गिरकर फंस जाते हैं। उनको निकालने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। कहा कि यदि पोखरे से अतिक्रमण हटाकर सुंदरीकरण नहीं किया गया तो वृहद आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।