जलस्तर व डिस्चार्ज में कमी, दबाव बरकार
नारायण नदी के डिस्चार्ज व जलस्तर में लगातार तीसरे दिन कमी दर्ज की गई लेकिन नदी की तीव्र धारा के चलते दबाव बरकरार है और कटान से राहत नहीं है। बांध के किमी 14.500 अहिरौलीदान में दो घर नदी के मुहाने पर हैं।
कुशीनगर : नारायण नदी के डिस्चार्ज व जलस्तर में लगातार तीसरे दिन कमी दर्ज की गई, लेकिन नदी की तीव्र धारा के चलते दबाव बरकरार है और कटान से राहत नहीं है। बांध के किमी 14.500 अहिरौलीदान में दो घर नदी के मुहाने पर हैं।
शुक्रवार को नदी का डिस्चार्ज 30800 क्यूसेक रहा। बांध के किमी जीरो पिपराघाट में नदी का जलस्तर खतरे के निशान 76.20 मीटर से 1.90 मीटर नीचे 74.50 मीटर दर्ज किया गया। जो गुरुवार की अपेक्षा 10 सेंटीमीटर कम है। इसके बावजूद तेज धारा के चलते नदी का दबाव ज्यादा होने के से फ्लड फाइटिग के बनाए गए ठोकर धंस रहे हैं। गुरुवार को जिला पंचायत सदस्य अरविद सिंह पटेल के घर के सामने बना ठोकर धंस गया है। यहां ईसी बैग में मिट्टी भरकर डंप कर दबाव को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। कमल सिंह व सूर्यदेव सिंह का घर खतरे के रडार पर हैं। सहायक अभियंता प्रियदर्शी ने बताया की कटान वाले स्थान पर बोरी और पत्थर डालकर कर बचाव कार्य किया जा रहा है।
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अमवाखास में धीमी हुई कटान की गति
जासं, बरवापट्टी, कुशीनगर : शुक्रवार को अमवाखास बांध पर जलस्तर में 6 सेमी की गिरावट दर्ज की गई। यहां नदी खतरे के निशान 79.70 मीटर से लगभग 4.05 मीटर नीचे 75.65 पर बह रही है।
बांध के किमी 800 व किमी 8.400 के बीच लगभग 100 मीटर की एरिया में कटान हो रही है लेकिन गति धीमी है। नदी की दूरी मेन बांध से महज पांच मीटर शेष है। पानी का डिस्चार्ज बढ़ने पर नदी मेन बांध पर तबाही मचा सकती है। एसडीआरएफ व एनडीआरफ की टीम व पुलिस बल बांध पर कैंप कर रही है। सिचाई विभाग दो शिफ्ट में बचाव कार्य में जुटा है। दो एसडीओ, दस जेई, दो कानूनगो और दस लेखपालों की तैनाती की गई है।
अधिशासी अभियंता भरत राम ने बताया कि इस समय बांध पर विशेष दबाव नही है सभी संवेदनशील प्वाइंटों पर युद्ध स्तर पर बचाव कार्य हो रहा है।