यहां सरकारी भवनों में नहीं लगा रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम
बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए लगाए जाने वाले रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम का अनुपालन न तो सरकारी भवनों पर किया गया है और न ही निजी भवनों पर। यही कारण है कि कुशीनगर में जल संरक्षण होना संभव नहीं है। कलेक्ट्रेट परिसर विकास भवन पुलिस अधीक्षक कार्यालय व पुलिस लाइन में भी इस नियम का पालन नहीं किया गया।
कुशीनगर: बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए लगाए जाने वाले रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम का अनुपालन न तो सरकारी भवनों पर किया गया है और न ही निजी भवनों पर। यही कारण है कि कुशीनगर में जल संरक्षण होना संभव नहीं है। कलेक्ट्रेट परिसर, विकास भवन, पुलिस अधीक्षक कार्यालय व पुलिस लाइन में भी इस नियम का पालन नहीं किया गया। सरकारी व गैर सरकारी स्तर भूजल में सुधार के लिए सार्थक पहल नहीं की गई।
शासन के फरमान का नहीं हुआ अनुपालन
गिरते जल स्तर में सुधार के लिए सरकार ने 2017 में भूजल संरक्षण मिशन शुरू किया। रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाने को लेकर शासन स्तर पर निर्देश दिए गए कि नए भवनों में बारिश के पानी के संरक्षित करने अथवा उसके उपयोग के लिए इसे लगवाया जाए, लेकिन इसका पालन नहीं हुआ। जिम्मेदार भी अनदेखी करते रहे। यही कारण है कि यहां जल बर्बाद होते हैं।
नियमों की हुई अनदेखी
आवास एवं शहरी नियोजन विभाग ने रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाने की दिशा में जनपद स्तर पर कोई सार्थक प्रयास नहीं किया गया, जिससे यहां जल संरक्षण नहीं होता। यहां किसी भी सोसाइटी में इस सिस्टम का निर्माण नहीं कराया गया है।
नहीं जानते अधिकारी
इसके नियम व पालन करने के साथ कार्रवाई के प्रावधान क्या है, उसके बारे में अधिकारी नहीं जानते हैं और न ही किसी के खिलाफ अब तक कार्रवाई ही की गई।
कहते हैं अधिकारी
एडीएम विध्यवासिनी राय ने कहा कि जिला मुख्यालय पर बने भवन पहले के हैं। इसके बारे में बहुत जानकारी नहीं है। शायद रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम का पालन नहीं किया गया है। विकास भवन के बारे में सीडीओ आनन्द कुमार ने बताया कि सिस्टम नहीं लगाया गया है।