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बेखौफ शोहदे, दांव पर इज्जत

बीते मंगलवार को पडरौना कोतवाली क्षेत्र में स्कूल से घर जा रही छात्रा पर शोहदों ने हमला बोल लहूलुहान कर दिया। जान की धमकी दी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jan 2020 11:41 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jan 2020 06:09 AM (IST)
बेखौफ शोहदे, दांव पर इज्जत
बेखौफ शोहदे, दांव पर इज्जत

कुशीनगर: जिले में हुई छेड़खानी की घटनाएं और उस पर की गयी कार्रवाई यह बता रही है कि पुलिस छेड़खानी की घटनाओं को पचाने में लगी है। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई कई घटनाओं के मामले में तो पुलिस ने मुकदमा ही नहीं दर्ज किया और जिसमें दर्ज भी किया तो कार्रवाई वहीं तक सिमट कर रह गयी। बीते मंगलवार को पडरौना कोतवाली क्षेत्र में स्कूल से घर जा रही छात्रा पर शोहदों ने हमला बोल लहूलुहान कर दिया। जान की धमकी दी। मामला पुलिस के संज्ञान में भी मगर परिणाम सिफर। यही कारण है कि बेखौफ शोहदों के आगे आधी आबादी की इज्जत दांव पर है। एसपी वीके मिश्र कहते हैं कि पुलिस सजग है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश हैं। -तीन जनवरी, 2020- तुर्कपट्टी थाने के एक गांव में खेत की तरफ गई किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास। पुलिस की मौजूदगी में हुई पंचायत में मामला मैनज।

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-पांच जनवरी, तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र में शोहदों ने छात्रा से की छेड़छाड़, कार्रवाई नहीं।

-आठ जनवरी, रामकोला में छात्रा से छेड़छाड़। पुलिस ने शांति भंग की कार्रवाई।

-12 जनवरी, पटहेरवा थाना क्षेत्र के एक गांव में पांच वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म।

-13 जनवरी, पटहेरवा थाना क्षेत्र में युवती से शोहदों ने की सरेआम छेड़छाड़। बिहार निवासी युवती छोटे भाई संग रिश्तेदारी में जा रही थी। कार्रवाई नहीं।

-16 जनवरी, तुर्कपट्टी के एक गांव में अकेली युवती से घर में घुसे युवक ने किया छेड़छाड़, मुकदमा दर्ज नहीं

-19 जनवरी, तुर्कपट्टी थाने के एक गांव में महिला से दुष्कर्म का प्रयास, पंचायत में पुलिस ने हल करा दिया मामला।

-21 जनवरी, पडरौना कोतवाली के गांव रसूलपुर व नवोदय विद्यालय के समीप स्कूल से घर जा रही छात्रा पर शोहदों ने किया हमला, दी जान की धमकी। मुकदमा दर्ज नहीं।

इन घटनाओं को रोकने के लिए शासन ने एंटी रोमियो टीम का गठन किया है। सभी महिला कॉलेजों के निकट मजिस्ट्रेटों को गश्त करने का आदेश दिया था, महिला कालेजों में बोर्ड पर पुलिस अधिकारियों के नंबर लिखे जाने का आदेश हुआ पर अधिकांश कॉलेजों में इस आदेश का अनुपालन होते नजर नहीं आ रहा है। सरकार ने सभी महिला कालेजों में महिला पुलिस की तैनाती का भी निर्देश दिया था लेकिन वह भी कागज तक ही सिमट कर रह गया। नतीजा निडर शोहदे सरेराह घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।


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