समानुपाती गन्ने की खरीद करें चीनी मिलें
कुशीनगर में केन कमेटी की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय समस्याओं के समाधान का भरोसा दिया गया साथ ही किसानों की सुविधाओं का ख्याल रखने के लिए मिल प्रबंधन से अनुरोध किया गया यह भी कहा गया कि एसएमएस पर गन्ने की तौल होगी।

कुशीनगर : जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय में सीआइसी (केन इंप्लीमेंटशन कमेटी) की बैठक सोमवार को हुई। इसमें गन्ना किसानों की समस्याओं पर चर्चा हुई, कई मुद्दों पर निर्णय भी लिया गया। तय हुआ कि सभी मिल प्रबंधन किसानों से समानुपाती गन्ने की खरीद करें। क्रय केंद्रों पर खरीद बेसिक कोटा के अनुसार हो।
अध्यक्षता करते हुए जिला गन्ना अधिकारी वेद प्रकाश सिंह ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप सभी मिलें समय से गन्ने की पेराई करें और किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। घटतौली पर कड़ी कार्रवाई होगी। प्रत्येक कृषक के मोबाइल पर एसएमएस द्वारा मैसेज से पर्ची जाएगी और गन्ने की तौल होगी। चीनी मिलों के केन मैनेजर को निर्देशित किया गया कि गन्ना उठान में क्रय केंद्रों पर ढिलाई न बरती जाए। तौल लिपिकों का पाक्षिक स्थानांतरण शत प्रतिशत लागू कराएं और किसानों को गन्ना मूल्य भुगतान समय से खाते में भेजा जाए। मिल परिसर में अलाव, चाय-पानी के साथ जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी मिल प्रबंधन की होगी। चीनी मिल हाटा के जीएम केन सुरेंद्र उपाध्याय, प्रमोद कुमार सिंह, चंद्रशेखर, अखिलेश कुमार सिंह, मुन्ना सिंह,केए फारूखी के अलावा समितियों व परिषदों के अध्यक्ष, ज्येष्ठ गन्ना अधिकारी व सचिव मौजूद रहे।
किसानों को पर्याप्त संख्या में जारी की जा रही पर्ची
कप्तानगंज चीनी मिल अपने परिक्षेत्र के किसानों को पर्याप्त संख्या में पर्ची जारी करने के लिए समितियों को इंडेंट भेज रही है। अगर किसानों को समय से पर्ची नहीं मिल रही है तो चीनी मिल के गन्ना विभाग और समितियों से संपर्क कर अपनी समस्या का समाधान करा लें।
यह बातें चीनी मिल के अध्यक्ष आरके सक्सेना ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि किसान अपना गन्ना चीनी मिल को देते रहें, ताकि सुचारू रूप से पेराई का कार्य चलता रहे। अगर किसी तरह की कठिनाई आ रही हो तो उसका निस्तारण करा लें। कहा कि गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर हम प्रयासरत हैं। प्रतिदिन किसानों के खाते में पैसा भेजा जा रहा है। शीघ्र ही संपूर्ण गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया जाएगा।
Edited By Jagran