सामुदायिक शौचालय निर्माण को लेकर प्रधान व ग्रामीण आमने-सामने
त्रिलोकपुर गांव के चौराहे पर सार्वजनिक भूमि है। प्रधान प्रतिनिधि जयप्रकाश यादव सुबह आठ बजे वहां सामुदायिक शौचालय बनवाने के लिए मजदूरों से मिट्टी की खोदाई करा रहे थे। सूचना मिलते ही गांव के दलित समाज के लोग मौके पर पहुंच गए और खाली पड़े भूमि पर आंबेडकर की प्रतिमा रख निर्माण कार्य का विरोध करने लगे।
कुशीनगर: सामुदायिक शौचालय निर्माण को लेकर गांव त्रिलोकपुर खुर्द के प्रधान व ग्रामीण रविवार को आमने-सामने आ गए। जानकारी पर पहुंची बांसी चौकी पुलिस ने इसकी सूचना आला अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंचे तहसीलदार सत्यप्रकाश सिंह ने निर्माण कार्य बंद करा मामले को शांत कराया।
त्रिलोकपुर गांव के चौराहे पर सार्वजनिक भूमि है। प्रधान प्रतिनिधि जयप्रकाश यादव सुबह आठ बजे वहां सामुदायिक शौचालय बनवाने के लिए मजदूरों से मिट्टी की खोदाई करा रहे थे। सूचना मिलते ही गांव के दलित समाज के लोग मौके पर पहुंच गए और खाली पड़े भूमि पर आंबेडकर की प्रतिमा रख निर्माण कार्य का विरोध करने लगे। कुछ लोग बाबा साहब की मूर्ति स्थापित करने के लिए भूमि पूजन करने लगे। मामला बिगड़ता देख गांव के कुछ लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। बांसी चौकी प्रभारी दिवाकर मिश्र मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मूर्ति स्थापना के लिए चल रहे पूजन-अर्चन को रोक दिया। इस बीच गांव के अन्य लोग भी पहुंच गए। सभी एक-दूसरे को समझाने में लग गए।
इस बीच प्रधान प्रतिनिधि व एक दलित के बीच बात बढ़ गई, जिसे लेकर माहौल तनावपूर्ण हो गया। दलित समाज के लोग प्रधान, लेखपाल व ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हालात से चौकी प्रभारी ने आला अफसरों को अवगत कराया। तहसीलदार ने मूर्ति स्थापित करने पर अड़े लोगों को बताया कि किसी भी प्रतिमा को स्थापित करने के लिए पहले डीएम की अनुमति जरूरी है। विश्वास दिलाया कि इस जगह पर शौचालय नहीं बनेगा, तब जाकर मामला शांत हुआ। देवीकांत पांडेय, बबलू कुशवाहा, लेखपाल रामदरश शर्मा, ग्राम विकास अधिकारी विनोद यादव, शेषनाथ प्रसाद, कोकिल प्रसाद, रामचंद्र प्रसाद, धनई प्रसाद आदि मौजूद रहे।