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लक्ष्य निर्धारित कर निरंतर करें अभ्यास, जरूर मिलेगी सफलता

डीपीआरओ लक्ष्य हासिल करने के लिए अभी जुटना होगा तभी सफलता मिलेगी। इसके लिए निरंतर पढ़ाई करने के साथ अभ्यास भी जरूरी है। अपनी योग्यता साबित करने के लिए मेहनत करनी होगी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 11:46 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 11:46 PM (IST)
लक्ष्य निर्धारित कर निरंतर करें अभ्यास, जरूर मिलेगी सफलता
लक्ष्य निर्धारित कर निरंतर करें अभ्यास, जरूर मिलेगी सफलता

कुशीनगर : छात्रों की बेहतर शिक्षा व लक्ष्य के प्रति सजग करने के लिए दैनिक जागरण ने बाल दिवस के मद्देनजर बेहतर मंच दिया है, ताकि वह अपने करियर और व्यवस्था से जुड़े सवाल रखे और उसका अधिकारी समाधान ढूंढ कर उन्हें जागरूक करें। इसी क्रम में रविवार को जिला पंचायतराज अधिकारी (डीपीआरओ) आरके द्विवेदी ने उनकी जिज्ञासा सुनी और उसे तर्कों से शांत किया। कहा कि पढ़ने के साथ निरंतर लिखने का अभ्यास करना चाहिए, जिससे संबंधित विषय याद करने में आसानी रहेगी। विभिन्न विद्यालय के छात्रों ने उनसे संवाद किया। प्रस्तुत है सवाल-जवाब.

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सवाल: आइएएस बनने के लिए परीक्षा की तैयारी कैसे किया जाए।

मीरा उपाध्याय, कक्षा 10, समाज कल्याण इंटर कालेज खेसिया मंसाछापर

डीपीआरओ: लक्ष्य हासिल करने के लिए अभी जुटना होगा, तभी सफलता मिलेगी। इसके लिए निरंतर पढ़ाई करने के साथ अभ्यास भी जरूरी है। अपनी योग्यता साबित करने के लिए मेहनत करनी होगी।

सवाल: मेडिकल अफसर बनने के लिए मुझे क्या-क्या करना होगा।

सुमन विश्वकर्मा, कक्षा 12, आस्था इंटर कालेज, सोनवल

डीपीआरओ: चिकित्सक बनकर सेवा करना पुनीत कार्य है। आपने अच्छा लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए उसी स्तर की तैयारी करनी होगी। इसके लिए आज नहीं बल्कि अभी से कठिन परिश्रम करना होगा। सफलता अवश्य मिलेगी।

सवाल: प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी किस प्रकार से करनी चाहिए।

रिया यादव, कक्षा 10, आस्था इंटर कालेज, सोनवल

डीपीआरओ : प्रतियोगी परीक्षा के लिए सामान्य ज्ञान के साथ संबंधित विषय पर पकड़ अच्छी होनी चाहिए। जो भी पढ़ाई कर रहे हैं उसको अच्छी तरह से करिए। सफलता अवश्य मिलेगी।

सवाल: इंजीनियर बनने के लिए मुझे क्या तैयारी करनी होगी। कितने घंटे पढ़ाई करनी चाहिए।

सरिता मद्देशिया, कक्षा 10, आस्था इंटर कालेज, सोनवल

डीपीआरओ: इसके लिए आपको बेहतर कोचिग संस्थान ज्वाइन करना होगा। प्रतियोगिता काफी टफ हो गई है। बिना कोचिग के सफलता नहीं मिल पाएगी। जिस क्षेत्र में आप हैं उसी में आप अच्छा करने की कोशिश करें।

सवाल: रोजगार के लिए कौन से क्षेत्र का चयन करे कि उसे आसानी से हासिल किया जा सके।

अंकी विश्वकर्मा, कक्षा 12, आस्था इंटर कालेज, सोनवल

डीपीआरओ: साइंस में यदि रुचि है तो केवल प्रतियोगी परीक्षाओं पर ही भरोसा न करें। विज्ञान से स्नातक और आगे की पढ़ाई कर शोध कार्य भी करें। आगे रोजगार के लिए अनेक अवसर मिलेंगे।

सवाल: सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहता हूं। मुझे किस तरह की तैयारी करनी चाहिए।

अंशु यादव, कक्षा 10, समाज कल्याण इंटर कालेज खेसिया मंसाछापर

डीपीआरओ:आपके अंदर देश सेवा करने का जज्बा प्रशंसनीय है। इंटर के बाद इसके लिए तैयारी करें। प्रतियोगी परीक्षा में शामिल हों। कठिन परिश्रम से सफलता अवश्य मिलेगी और देश सेवा का अवसर जरूर मिलेगा।

सवाल : नीट की परीक्षा पास होने के लिए किस तरह की तैयारी करनी चाहिए।

अरहान अंसारी, कक्षा 11, समाज कल्याण इंटर कालेज खेसिया मंसाछापर

डीपीआरओ : इसके लिए आपको हार्ड और स्मार्ट वर्क करना पड़ेगा। इसके लिए प्रतिदिन आठ से 10 घंटे सेल्फ स्टडी करना होगा। यदि आपने जो लक्ष्य तय किया है इसी वर्क से जरूर सफल होंगे।

सवाल: प्रतिदिन कितने घंटे पढ़ाई करें कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सके।

कमलेश उपाध्याय, कक्षा 11, समाज कल्याण इंटर कालेज खेसिया मंसाछापर

डीपीआरओ: प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए कम से कम आठ घंटे की पढ़ाई प्रतिदिन होनी चाहिए। इस दौरान मन लगाकर पढ़ना होगा।

सवाल: देर रात तक पढ़ना ठीक होता है या सुबह में।

अमित गोंड,कक्षा 12, समाज कल्याण इंटर कालेज खेसिया मंसाछापर

डीपीआरओ: पढ़ने के लिए समय आप खुद तय करें कि कब मेरे लिए उपयुक्त है। क्योंकि आप अपने बेहतर भविष्य के बारे में अच्छी तरह से सोच सकते हैं। इसलिए समय खुद तय करें और मेहनत से पढ़ाई करें।

सवाल: ग्रेजुएशन किस विषय का चयन किया जाए ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं में आसानी से सफलता हासिल हो सके।

सोहराब अंसारी, कक्षा 12,आस्था इंटर कालेज, सोनवल

डीपीआरओ: जिस विषय में रूचि हो उसका चयन करना चाहिए। आइएएस परीक्षाओं में प्रत्येक विषय का अपना महत्व है। आपकी तैयारी कैसी है। सफलता इस पर निर्भर करेगी।

सवाल: वर्तमान परिवेश में क्या-क्या करना चाहिए कि आसानी लक्ष्य हासिल हो सके।

हर्ष प्रताप सिंह, कक्षा 10, सरस्वती देवी इंटर कालेज लीलाधर छपरा

डीपीआरओ:सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें, फिर उसके हिसाब से तैयारी करें। कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। इसी के सहारे ही लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

सवाल: कोरोना संक्रमण काल में पढ़ाई बाधित हुई है। कोर्स भी पिछड़ा हुआ है। इसके लिए अब क्या करें।

शिवम चौबे, कक्षा 10, सरस्वती देवी इंटर कालेज लीलाधर छपरा

डीपीआरओ: कोरोना काल में वास्तव में पढ़ाई बाधित हुई है। अब आनलाइन क्लास व पुस्तक की मदद से सब्जेक्ट की पढ़ाई करनी होगी। इसके लिए सेल्फ स्टडी ही महत्वपूर्ण है। अवश्य सफल होंगे।


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