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20 दिनों में आठ मौतों से सहमे पतया गांव के लोग

नव निर्वाचित ग्राम प्रधान समीउल्लाह खान ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए मैंने अपने खर्च से गांव को सैनिटाइज कराया है। आठ मौत हो जाने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने बचाव व जांच के लिए कोई कदम नहीं उठाया। लोग भगवान हैं। विभाग को पत्र लिखकर गांव में कैंप लगाकर टीकाकरण व जांच के लिए निवेदन किया हूं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 May 2021 11:45 PM (IST)Updated: Fri, 21 May 2021 11:45 PM (IST)
20 दिनों में आठ मौतों से सहमे पतया गांव के लोग
20 दिनों में आठ मौतों से सहमे पतया गांव के लोग

कुशीनगर: कसया थाना क्षेत्र के गांव पतया में 20 दिनों में आठ लोगों की मौत से ग्रामीण सहमे हुए हैं। बताया जा रहा है कि दो की कोरोना व अन्य की मौत सर्दी, खांसी व बुखार से हुई है। गांव में दो दर्जन से अधिक लोग बीमार हैं। इनमें अधिकतर अस्पताल में भर्ती हैं। गांव की सड़कों व गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। किसान भी बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। गांव कि आबादी 2500 है। 40 वर्षीय खुदैजा खातून मृत्यु 15 मई को हुई। उनकी लड़की की शादी सुबह होनी थी। बेटी की विदाई भी ना देख सकीं। दो सगे भाइयों परवेज हारून की मौत 15 दिनों में हुई है।

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इनकी हुई मौत

1- परवेज (45)

2- हारुन (50)

3- नासीर (32)

4- वारीश सिद्दीकी (60)

5- रफीउद्दीन सिद्दीकी (80)

6- अलीरजा (75)

7- खोदैजा (40)

8- बिस्मिल्लाह अंसारी (50) सूरत में महामारी फैली तो गांव भाग कर आया, ताकि परिवार को सुरक्षित रख सकूं। लेकिन यहां हो रही लगातार मौत से डरा व सहमा हुआ हूं। गांव में स्वास्थ्य विभाग के तरफ से अभी तक कोई सहूलियत नहीं दी गई है। जब भी गांव में माइक से कोई एलान होता है तो डर लगने लगता है कि शायद किसी की मौत हो गई।

-अजहर अली सर्दी, खांसी व बुखार होने पर बहुत डर लग रहा है। कोरोना के नाम पर अस्पतालों में लूट मची है। गांव में इतनी मौत देखकर घर से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं हो रही। बहुत जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकला जा रहा है।

-नंदलाल गुप्ता गांव में हुई लगातार मौतों से लोग दहशत में आ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग इससे अनजान बना हुआ है। अभी तक कोई जांच व टीकाकरण नहीं हुआ है।

प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

-मुनाफ अंसारी नव निर्वाचित ग्राम प्रधान समीउल्लाह खान ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए मैंने अपने खर्च से गांव को सैनिटाइज कराया है। आठ मौत हो जाने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने बचाव व जांच के लिए कोई कदम नहीं उठाया। लोग भगवान हैं। विभाग को पत्र लिखकर गांव में कैंप लगाकर टीकाकरण व जांच के लिए निवेदन किया हूं।


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