एक आंख वाले गन्ने की बोआई लाभकारी: निदेशक
एक आंख वाले गन्ने का अंकुरण बेहतर होने के साथ ही गन्ने का उपज लाभकारी होता है। सभी पौधे स्वस्थ व विकसित होते हैं। किसानों को यह विधि अपनानी चाहिए। खेती से दोहरा लाभ लेने के लिए किसानों को सहफसली खेती की ओर ध्यान देना चाहिए।
कुशीनगर : एक आंख वाले गन्ने का अंकुरण बेहतर होने के साथ ही गन्ने का उपज लाभकारी होता है। सभी पौधे स्वस्थ व विकसित होते हैं। किसानों को यह विधि अपनानी चाहिए। खेती से दोहरा लाभ लेने के लिए किसानों को सहफसली खेती की ओर ध्यान देना चाहिए।
यह बातें मंगलवार को गन्ना शोध संस्थान कोयम्बटूर के निदेशक डा. बक्शी राम ने कही। यह सेवरही चीनी मिल के अधिशासी निदेशक शेर सिंह चौहान, गन्ना महा प्रबंधक शरद सिंह की टीम के साथ खेतों का जायजा ले रहे थे। टीम ने अहलादपुर, पुरैना कटेया, शिव सरेया, रामकोला, कतौरा, दोमाठ, तरया हंसराज में गन्ना किसानों की फसलों को देखा और किसानों से बातचीत की। बेहतर उत्पादन के लिए किसानों को टिप्स दिए। सहफसली में आलू, लाही, मटर, बकला, धनिया, प्याज, लहसून आदि फसलों को बेहतर बताया। टीम ने एक आंख वाले गन्ने का जमाव देख कर प्रसन्नता व्यक्त की। निदेशक गन्ना की प्रजाति 118 का बीज बाहर से मंगाकर किसानों को उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
अधिशासी निदेशक शेर सिंह चौहान ने कहा कि करनाल से मंगाकर गन्ने का बीज दिया जाएगा। महाप्रबंधक गन्ना शरद सिंह ने कहा चार फीट पर एक आंख का टुकड़ा लगाएं। 100 ग्राम फफूंदी नाशक व 5 किग्रा टाइकोडरमा अनुदान पर दिया जाएगा। गन्ना प्रबंधक पशु पतिनाथ शाही ने कहा कि जिस खेत में 0238 प्रजाति का गन्ना सूख गया है उस खेत में गन्ने की बोआई न करें। किसान जयंत राय, संजय राय, कन्हैया, झगरू, महातम, नरेंद्र, संजय शाही, कमलेश्वर, प्रशांत शाही, सत्यनारायण, दीनानाथ आदि मौजूद रहे।