न नाम की चाहत, न शोहरत की भूख
अरुण पांडेय शुभम मणि और उनकी टीम ने जन सहयोग से मदद का अभियान चला रखा है। युवाओं की टीम ब्लीचिग एवं दूसरी दवाओं का विभिन्न स्थानों पर छिड़काव कराया। साथ ही कोरोना पीड़ितों को अदरक और नींबू लगातार बांटे। आक्सीमीटर की जरूरत हो या खाने-पीने के सामान लगातार जरूरतमंदों तक पहुंच रहे हैं।
कुशीनगर: कोरोना का प्रकोप बढ़ा तो हर कोई अपनी जान बचाने में लग गया, पर जिनका कोई नहीं, या जिनके पास संसाधन नहीं है, उनका इस मुश्किल घड़ी में साथ दे रही टीम कर्तव्य। नगर के युवाओं की टीम के सदस्य निस्वार्थ भाव से घर-घर जाकर लोगों की दिन रात मदद कर रहे हैं। नाम व शोहरत से दूर आक्सीजन सिलेंडर, आक्सीमीटर, जीवन रक्षक दवाईयां व गरीब परिवारों में राशन आदि मुहैया करा रहे इन युवाओं की कहानी प्रेरित करने वाली है।
अरुण पांडेय, शुभम मणि और उनकी टीम ने जन सहयोग से मदद का अभियान चला रखा है। युवाओं की टीम ब्लीचिग एवं दूसरी दवाओं का विभिन्न स्थानों पर छिड़काव कराया। साथ ही कोरोना पीड़ितों को अदरक और नींबू लगातार बांटे। आक्सीमीटर की जरूरत हो या खाने-पीने के सामान, लगातार जरूरतमंदों तक पहुंच रहे हैं। घर पर रह रहे कोरोना मरीज व उनके स्वजन को कोई परेशानी न होने पाए इसलिए अधिकारियों से बात कर सुविधाएं उनके घर तक पहुंचा रहे हैं। कोरोना पीड़ितों को ही नहीं, उन लोगों को भी टीम द्वारा हर सुविधाएं पहुंचाई जा रहीं जिन्हें सर्दी-खांसी या दूसरी परेशानियां हैं।
टीम ने जिले में अब तक पांच सौ से अधिक मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया है, जबकि जरूरत पर 100 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया है। इसी तरह मरीजों में दो दर्जन आक्सीमीटर उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि पीड़ितों के आक्सीजन लेवल की जांच की जा सके। टीम खाने-पीने के सामान तथा परेशान परिवारों में राशन व जरूरत की अन्य वस्तुएं भी मुहैया करा रही है। इसके अलावा टीम द्वारा नींबू, अदरक और केले बांटे जा रहे हैं, जिससे लोगों की इम्युनिटी मजबूत हो।
अरुण व शुभम ने जिलाधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से निवेदन किया है कि जांच दर बढ़ाकर एक दिन में 10 हजार सैंपलिग की जाए जिससे कोरोना संक्रमण की श्रृंखला टूटे। अमित, शुभम के अलावा उनकी टीम में भावेश तुलस्यान, अमन सिंह, सुमित मिश्र, सैफ लारी आदि शामिल हैं।