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भिक्षु संघ ने विशेष पूजा व शोभा यात्रा के लिए मांगी अनुमति

कुशीनगर के भिक्षु संघ ने भगवान बुद्ध की जयंती मनाने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से अनुमति मांगी है। भिक्षु संघ का कहना है कि वह इस दौरान पूरी तरह से कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन करेंगे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 May 2021 11:50 PM (IST)Updated: Sat, 22 May 2021 11:50 PM (IST)
भिक्षु संघ ने विशेष पूजा व शोभा यात्रा के लिए मांगी अनुमति
भिक्षु संघ ने विशेष पूजा व शोभा यात्रा के लिए मांगी अनुमति

कुशीनगर: कुशीनगर भिक्षु संघ ने 2565 वीं बुद्ध जयंती के लिए महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर में विशेष पूजा करने व शोभा यात्रा निकालने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण(भापुस) से अनुमति मांगी है।

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26 मई को बुद्ध जयंती पर परंपरागत ढंग से म्यांमार बुद्ध मंदिर परिसर से शोभायात्रा निकाले जाने की योजना है। शोभायात्रा महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर की परिक्रमा करने के बाद नगर भ्रमण करती है। पूर्व संध्या पर 25 मई को बुद्ध मंदिर में विशेष पूजा होगी। चूंकि कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण के कारण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के निदेशक (स्मारक) के आदेश पर स्मारक व बुद्ध मंदिर 31 मई तक बंद हैं। इसलिए संघ ने बुद्ध जयंती पर मंदिर खोलने की मांग की है। संघ के अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर ने कहा कि यदि बुद्ध मंदिर खोलने की अनुमति नहीं मिलती है तो संपूर्ण समारोह कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए म्यांमार बुद्ध मंदिर परिसर में ही आयोजित किए जाएंगे और शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण कुशीनगर के संरक्षण सहायक शादाब खान ने बताया कि कुशीनगर भिक्षु संघ की ओर से 25 व 26 मई को विशेष पूजा व शोभा यात्रा के लिए बुद्ध मंदिर खोलने की मांग की गई है। अनुमति के लिए सारनाथ मंडल के अधीक्षण पुरातत्वविद को पत्र प्रेषित किया गया है। उनके दिशा निर्देशों के आलोक में कार्रवाई की जाएगी।

परिषदीय शिक्षकों ने बीएसए को सौंपा ज्ञापन

विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की जिला व ब्लाक इकाई की वर्चुअल बैठक शनिवार को हुई। बैठक के पश्चात शिक्षकों ने वाट्सएप के जरिये मांगों से जुड़ा ज्ञापन बीएसए को सौंपा।

बैठक को संबोधित करते हुए पंडित राजेश शुक्ल ने कहा कि कोरोना संक्रमण से मृत शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशक,अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रति सरकार गंभीर नहीं है। इसी तरह चुनाव ड्यूटी के दौरान सरकार सिर्फ तीन शिक्षकों की मौत की बात स्वीकार कर रही है, जो दायित्वों को लेकर शहीद हुए शिक्षकों का अपमान है। कहा कि बिना टीकाकरण और किसी सुरक्षा उपाय के शिक्षकों की कोविड कंट्रोल रूम और अस्पताल में ड्यूटी लगाई गई है। संगठन इसका विरोध करता है। बैठक के पश्चात शिक्षकों ने वाट्सएप के जरिये बीएसए विमलेश कुमार को ज्ञापन सौंपा। इसमें बिना टीकाकरण शिक्षकों की ड्यूटी न लगाने, शिक्षकों को फ्रंटलाइन वारियर्स मानने, प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किए जाने तथा 20 मई के बाद शिक्षकों की ड्यूटी लगाने पर उपार्जित अवकाश दिए जाने की मांग शामिल है। बैठक में सभी ब्लाक अध्यक्ष तथा जिला कार्यकारिणी पदाधिकारी शामिल रहे।


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