दारोगा की किससे है रंजिश, जानने में जुटी पुलिस
सेवानिवृत्त दारोगा श्यामसुदंर प्रसाद और पत्नी के रूप में रह रही नौकरानी सरोज व उसके बाों को जिदा जलाने वालों की तलाश के लिए गठित पुलिस की तीन टीमें वारदात की तह तक पहुंचने में लगीं हैं। दारोगा की किससे और किस बात को लेकर रंजिश है जांच का यह बड़ा सवाल है। घटना को बड़ी चुनौती मानते हुए पुलिस अधीक्षक वीके मिश्र खुद इस पर नजर रखे हुए हैं।
कुशीनगर: सेवानिवृत्त दारोगा श्यामसुदंर प्रसाद और पत्नी के रूप में रह रही नौकरानी सरोज व उसके बच्चों को जिदा जलाने वालों की तलाश के लिए गठित पुलिस की तीन टीमें वारदात की तह तक पहुंचने में लगीं हैं। दारोगा की किससे और किस बात को लेकर रंजिश है, जांच का यह बड़ा सवाल है। घटना को बड़ी चुनौती मानते हुए पुलिस अधीक्षक वीके मिश्र खुद इस पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस ने देर रात हल्का दारोगा की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। उधर मेडिकल कॉलेज में इलाजरत दारोगा का सोमवार देर शाम को मजिस्ट्रेटी बयान हुआ। दारोगा के बयान के आधार पर पुलिस की ये टीमें आगे बढ़ रही हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दारोगा ने वारदात को अंजाम देने वालों की पहचान उजागर की है। वारदात के पीछे पुरानी रंजिश की बात सामने आई है। हालांकि इसे लेकर पुलिस अफसर अभी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वारदात के काफी समय बाद भी पीड़ित पक्ष की तरफ से तहरीर न दिए जाने के बाद पुलिस ने हल्का दारोगा विनय कुमार सिंह की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध धारा 304, 326, 436 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। तरयासुजान थाने के गांव जवहीं नरेंद्र के दलित बस्ती निवासी श्यामसुंदर प्रसाद (62) रविवार की रात अपने कटरैन की मकान में सरोज (53) तथा उसके बच्चों अविनाश (15) व परी उर्फ राधिका (5) संग सो रहे थे। आधी रात को घर में घुसे बदमाशों ने ज्वलनशील पदार्थ फेंक कर कमरे में आग लगा दी, जिससे चपेट में आकर दारोगा सहित चारों बुरी तरह झुलस गए। इलाज के दौरान परी उर्फ राधिका की मौत हो गई। वहीं दारोगा, नौकरानी व बच्चे का इलाज गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
एएसपी एपी सिंह ने कहा कि प्रकरण की गहनता से जांच चल रही है। इसमें शामिल लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी।
फारेसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य
वारदात के दूसरे दिन मंगलवार को तरयासुजान थाने के गांव जवहीं नरेंद्र पहुंची फारेंसिक टीम ने दारोगा के कटरैन स्थित घर में सघन जांच-पड़ताल की। टीम ने मौके पर मिले साक्ष्यों को सुरक्षित कर लिया। सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक जांच में दारोगा, नौकरानी व बच्चों पर केरोसिन डालकर आग लगाए जाने की बात सामने आई है।
बच्चा लड़ रहा जीवन से जंग
वारदात में झुलसे दारोगा श्यामसुंदर प्रसाद, उनकी नौकरानी सरोज की हालत में सुधार है, जबकि बुरी तरह झुलसे अविनाश की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार 90 फीसद से अधिक जल चुके अविनाश को लेकर आने वाला 20 घंटा बड़ा ही महत्वपूर्ण है।