लीची की धूम, जामुन का जलवा
नगर से लेकर गांव तक लीची की धूम मची है। मीठे रस व लाजवाब स्वाद के कारण अपनी पहचान कायम किए मुजफ्फरपुर की लीची की सर्वाधिक मांग है। वहीं काली घटा के नाम से बाजार में दस्तक दे चुका जामुन मौसमी फलों में अपना जलवा बिखेर रहा है।
कुशीनगर: नगर से लेकर गांव तक लीची की धूम मची है। मीठे रस व लाजवाब स्वाद के कारण अपनी पहचान कायम किए मुजफ्फरपुर की लीची की सर्वाधिक मांग है। वहीं काली घटा के नाम से बाजार में दस्तक दे चुका जामुन मौसमी फलों में अपना जलवा बिखेर रहा है।
मुजफ्फरपुर व शाही लीची आकार में बड़ा, स्वाद में मीठा व छोटे बीज के कारण अपनी पहचान कायम किए हुए है। यह अंतिम दौर में है। मुश्किल से एक सप्ताह में यह बाजार छोड़ देगा। बेदाना व चाइना वेरायटी लीची बाजार में है। बेदाना छोटा बीज के कारण उपभोक्ताओं की पसंद बनी है। गांव से लेकर नगर तक 35 से 40 रुपये तक की दर पर लीची की बिक्री हो रही है। जामुन में जमरूल व कलम की वेरायटी बाजार में दस्तक दे चुका है। 100 से 140 रुपये किलो के भाव पर बिक रहे जामुन की मांग तेजी से बढ़ी है।
इनमें हैं विशेषताएं
-लीची कार्बाेहाइड्रेट, विटामिन 'सी', 'ए' व विटामिन 'बी' कांपलेक्स से भरपूर
-पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्निशियम, फास्फोरस व आयरन जैसे मिनरल होते हैं
-बीटा कैरोटीन और ओलीगोनोल से भरपूर लीची हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार
-कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने, अस्थमा से बचाव, कब्ज से राहत में लीची रामवाण
-जामुन में विटामिन 'सी' और आयरन होने से यह हीमोग्लोबिन बढ़ाने में उपयोगी
-विटामिन 'ए' होने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। खनिज व विटामिन सी से त्वचा में चमक
- पोटैशियम हृदय को स्वस्थ रखता है। उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक व हृदयाघात से बचाव
-सिर्फ बेहतर पाचक ही नहीं, बल्कि ब्लड के शुद्धिकरण में कारगर