राम मंदिर निर्माण में बाधा, स्तरहीन राजनीति: शलभ
कुशीनगर में सीएम योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर सवाल खड़ा करने वालों ने अब बदला पैंतरा है हम सब मिलकर कोरोना को हराने में जरूर सफल होंगे।
कुशीनगर : सीएम योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। उसको लेकर केवल भ्रम फैलाया जा रहा है। जो लोग पहले राम जन्मभूमि के अस्तित्व को लेकर सवाल खड़ा कर राजनीति कर रहे थे, अब वही लोग पैंतरा बदल कर राम मंदिर निर्माण में बाधा डालने के मकसद से स्तरहीन राजनीति कर रहे हैं। ऐसे लोगों को करोड़ों रामभक्त कभी माफ नहीं करेंगे।
बरवा राजापाकड़ गांव में आए त्रिपाठी बुधवार की सायं सीताराम चौराहा पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की उपलब्धियों से विपक्षी दल हताश हैं और अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर जिस तरीके से नियंत्रण प्राप्त किया, वह दूसरे प्रदेशों के लिए माडल बना है। उन्होंने संभावित तीसरी लहर पर चिता जताते हुए कहा कि इसमें वायरस में होने वाला उत्परिवर्तन खतरनाक है और यह शरीर के एंटीबाडी को टारगेट करेगा। इसके लिए हमें सतर्क रहना होगा, कोविड गाइडलान, मास्क व दो गज की शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन करना होगा। हम सब मिलकर कोरोना को हराने में सफल होंगे।
भूमि खरीद में घोटाला का आरोप लगा कांग्रेसियों का प्रदर्शन
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से अयोध्या में खरीदी गई भूमि में घोटाला किए जाने का आरोप लगाकर गुरुवार को कांग्रेसियों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित आठ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन अपर एसडीएम रामकेश यादव को सौंप प्रकरण की जांच सर्वोच्च न्यायालय की देखरेख में कराने की मांग की।
जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट में पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से खरीदी गई भूमि में घोटाला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देश की जनता ने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए जो चंदा दिया है, उसे ट्रस्ट से जुड़े लोग लूटने में जुटे हैं। किसी भी भूमि की कीमत अचानक आठ गुनी नहीं बढ़ जाती है। बैनामा के समय राजस्व अधिकारियों की ओर से सवाल नहीं उठाया जाना भी संदेह के दायरे में है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि प्रकरण की जांच सर्वोच्च न्यायालय की देखरेख में कराई जाए, ताकि देश की जनता के सामने सच्चाई आ सके। व्यास ओझा, नंदलाल चौहान, धनंजय सिंह पहलवान, मदनपाल सिंह, आदित्य तिवारी, ऋषिकेश मिश्र, सीताराम प्रधान, जहीरुद्दीन, कृष्ण प्रताप सिंह चंदन, तारकेश्वर सिंह, वाजिद अली, अनवर जकी आदि मौजूद रहे।