सुखद संयोग है कृष्ण-सुदामा की मित्रता
दुदही विकास खंड के बंगरा रामबक्स राय गांव में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन गुरुवार की रात कथावाचक पं. रामायण तिवारी ने कंस व जरासंध वध रुक्मिणी हरण व विवाह प्रसंग का वर्णन किया जिसे सुनकर श्रद्धालु आनन्द से झूम उठे।
कुशीनगर : भारतीय संस्कृति व परंपराओं में हमेशा से ही मित्रता का बड़ा महत्व रहा है। सुदामा और कृष्ण की मित्रता त्याग का प्रमाण व जीव तथा परमात्मा के मिलन का सुखद संयोग है।
यह बातें भागवत कथा मर्मज्ञ आचार्य विनय शास्त्री ने कही। वे तमकुही ब्लाक के सपही बरवा गांव में आयोजित नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के आठवें दिन गुरुवार की रात श्रोताओं को सुदामा चरित्र प्रसंग सुना रहे थे। कहा कि संयम, सादगी, संतुष्टि व पूर्ण विश्वास के साथ भक्ति के प्रतिफल में परमात्मा भक्त को अपने बराबर में स्थान देते हैं। द्वारपाल के मुंह से सुदामा का नाम सुनते ही द्वारिकाधीश नंगे पांव मित्र की अगवानी करने पहुंच गए। झांकी सहित प्रसंग के सजीव वर्णन से श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। पंकज त्रिपाठी, रमेश श्रीवास्तव, राजकुमार, यजमान कमलावती देवी, सुकदेव गुप्ता, सिंहासन गुप्ता, अच्युतानंद पांडेय, हरि प्रसाद, शंकर गुप्ता, छठ्ठू गुप्ता, अरविद, ध्रुव देव, गुप्ता, प्रदीप पांडेय, अभिषेक तिवारी, राधेश्याम गुप्ता, राघव गुप्ता, चंदा देवी, लीलावती देवी, सुनरपति देवी, ज्योता देवी, मुन्नी, रम्भा, आरती, रंजना, वंदना, गुड़िया, मीरा, अमृता, विनीता, निशा, चिता आदि उपस्थित रहे।
चितनीय है भगवान श्रीकृष्ण का चरित्र
दुदही विकास खंड के बंगरा रामबक्स राय गांव में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन गुरुवार की रात कथावाचक पं. रामायण तिवारी ने कंस व जरासंध वध, रुक्मिणी हरण व विवाह प्रसंग का वर्णन किया जिसे सुनकर श्रद्धालु आनन्द से झूम उठे। कथावाचक ने कहा कि जब भी समाज की अनैतिकता से लड़ना हो तो भगवान श्रीराम के साहस को याद रखें। और जब भी निराशा का भाव जगे तो कृष्ण का हर हाल में प्रसन्न रहने का मंत्र याद रखें। राम का चरित्र सर्वथा अनुकरणीय है तो भगवान कृष्ण का चरित्र चितनीय है। हमें इन दोनों के द्वारा स्थापित मूल्यों का पालन करना चाहिए। सहायक आचार्य दिनेश मणि तिवारी, यजमान वशिष्ठ राय, मालती राय, संतोष राय, केन यूनियन के उपाध्यक्ष सत्येंद्र उर्फ गुड्डू शुक्ल, डा. राकेश राय, मधुर श्याम शुक्ल, किरन देवी, रमावती देवी आदि मौजूद रहे।
नौवें दिन भी जारी रहा आशा कार्यकर्ताओं का धरना
सीएचसी परिसर में आठ सूत्रीय मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का जारी आंदोलन शुक्रवार को नौवें दिन भी जारी रहा। कहा कि मांगे पूरी न होने तक धरना जारी रहेगा। आशा संगिनी संघ की अध्यक्ष किरन राय व आशा कार्यकर्ता संघ की अध्यक्ष रीता पटेल के अगुवाई में आशा कार्यकर्ताओं का कार्य बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहा।
किरन तिवारी, शीला देवी, कृष्णा देवी, सुशीला देवी मीना देवी, अनीता देवी, सुमन चौरसिया, शशि यादव, ममता देवी, शहनाज खातून, तारा देवी, उर्मिला देवी, सुनीता चौहान, रिकी देवी आदि शामिल रहीं।