उल्टी-दस्त के मरीजों से पटा जिला अस्पताल
मौसम में हो रहे बदलाव के साथ पेट की बीमारियों से ग्रसित मरीजों की तादात में लगातार वृद्धि हो रही। जागरण ने सोमवार को जिला अस्पताल का जायजा लिया तो जनरल वार्ड उल्टी-दस्त के मरीजों से पटा पड़ा था। उनमें से बच्चे और बुजुर्ग की संख्या सर्वाधिक थी। चिकित्सकों का कहना है कि बीते सप्ताह हुई मूसलाधार बारिश के बाद वातावरण में कुछ नमी आई
कुशीनगर : मौसम में हो रहे बदलाव के साथ पेट की बीमारियों से ग्रसित मरीजों की तादात में लगातार वृद्धि हो रही। जागरण ने सोमवार को जिला अस्पताल का जायजा लिया तो जनरल वार्ड उल्टी-दस्त के मरीजों से पटा पड़ा था। उनमें से बच्चे और बुजुर्ग की संख्या सर्वाधिक थी। चिकित्सकों का कहना है कि बीते सप्ताह हुई मूसलाधार बारिश के बाद वातावरण में कुछ नमी आई। उसके बाद लगातार कड़ी धूप की वजह से लोगों को दिक्कत आ रही है। ऐसे मौसम में लोगों को खान-पान पर विशेष ध्यान देना होगा। अस्पताल में दुदही निवासी भर्ती जोखन प्रसाद, चौपरिया के इकबाल, अंध्या की अर्चना, भठहीं की नीशू, कुबेरस्थान के दिनेश, खिरकिया के खेदन भगत सहित अन्य मरीजों ने बताया कि अचानक पेट में दर्द के बाद उल्टी होने लगा। उमस भरी गर्मी व मच्छरों के प्रकोप से गांवों में लोग सो नहीं पा रहे। इस वजह से भोजन भी ठीक से नहीं पच पा रहा और लोग उल्टी-दस्त व पेट दर्द की चपेट में आ रहे हैं। कई मरीज दो-तीन दिन पूर्व भर्ती कराए गए हैं। तीमारदारों का कहना है कि इलाज के बाद मरीज कुछ राहत महसूस कर रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. बजरंगी पांडेय ने कहा कि पेट से जुड़ी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ी है। मरीजों के इलाज में कोई दिक्कत नहीं है, अस्पताल में दवाएं भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
सफाई व भोजन पर रखें खास ध्यान: डा. राजेश
--जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डा. राजेश कुमार ने कहा कि बदलते मौसम में संक्रामक बीमारी से बचने के लिए लोगों को सफाई व भोजन पर खास ध्यान देना होगा। शौच के बाद साबुन से हाथ धोएं, पानी को उबालने के बाद ठंडा कर पीएं। बासी भोजन कत्तई न करें, तापमान बढ़ने से घर में रखा भोजन विषाक्त हो जाता है और खट्टापन आ जाता है। ऐसा भोजन करने से परहेज करें। किसी भी व्यक्ति के पेट में दर्द, मरोड़ या उल्टी-दस्त की शिकायत हो तो उसे तुरंत चिकित्सक के पास ले जाएं।