कुशीनगर में पांच वर्ष बाद भी शुरू नहीं हुई जलापूर्ति
कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया ब्लाक के लक्ष्मीपुर उर्फ कुर्मी पट्टी गांव में टैंक बनने के बाद कुछ ही दिन हो सकी जलापूर्ति।
कुशीनगर: नेबुआ नौरंगिया विकास खंड के लक्ष्मीपुर उर्फ कुर्मीपट्टी गांव में जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए वित्तीय वर्ष 2015-16 में नीर निर्मल परियोजना के तहत ओवरहेड टैंक का निर्माण कराया गया था। पांच वर्ष बाद भी गांव के लोग शुद्ध जल से वंचित हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि टैंक बनने के बाद कुछ दिनों तक जलापूर्ति हुई थी। उसके बाद कार्यदायी संस्था जलनिगम ने ओवरहेड टैंक को ग्राम पंचायत को हस्तांतरित कर दिया। जिम्मेदारों की उदासीनता से जलापूर्ति ठप हो गई है। जिससे ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिला विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान ने कहा कि कनेक्शन लेने वाले लोगों के अंशदान से ही जलापूर्ति होनी है। अगर जलापूर्ति बाधित है तो इसे दिखवाया जाएगा। कोई समस्या होगी तो उसका समाधान कराया जाएगा।
शुद्ध पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण
कप्तानगंज विकास खंड के पटखौली गांव के समीप दुबौली माता मंदिर परिसर में दो दशक पहले जल निगम की ओर से ओवरहेड टैंक का निर्माण कराया गया था। जलापूर्ति पाइप जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने से लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पाता है। इस टैंक से पटखौली, मेहड़ा, पिपरा, घिवहीं आदि गांवों के लोगों को शुद्ध जल मुहैया कराना था। पिपरा गांव के दयाशंकर मिश्र कहते हैं कि हमारे घर तक कभी पानी नहीं पहुंचा। मेहड़ा के रफीक अहमद ने कहा कि जब से टैंक बना है कभी पानी नहीं आया है। घिवहीं के महेश यादव ने बताया कि जगह-जगह पाइप से पानी का रिसाव होता है। पवन तिवारी, मेराज, रामदयाल, मैनुद्दीन, गोरख, एखलाक, रुपई आदि ने पाइप ठीक कराकर जलापूर्ति शुरू करने की मांग की है।