कुशीनगर में बुजुर्गों के वोट से जवान हुआ गांव का लोकतंत्र
कुशीनगर में मतदान के दौरान कोई नाती-पोते के सहारे आया तो कोई ह्वील चेयर से गांव की बेहतर सरकार के लिए किए मतदान।
कुशीनगर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के महोत्सव में बुजुर्ग मतदाताओं ने पूरा उत्साह दिखाया और मतदान किया। कोई बेटे-बेटी के सहारे बूथ पर पहुंचा तो कुछ अपनों के साथ वाहनों या व्हीलचेयर से पहुंचे। गांव के लोकतंत्र को मजबूत और जवान बनाने में अपने मत का प्रयोग किया।
खड्डा विकास क्षेत्र के रामनगर प्राथमिक विद्यालय में पौत्र अजय का सहारा लेकर 90 वर्षीय बुजुर्ग चाना देवी वोट करने पहुंचीं। सिगहा बूथ पर 85 वर्ष की कुसुम बेगम बेटे व बहू के सहारे वोट करने पहुंचीं। वोट करने के बाद बताया कि जिदगी भले ही अंतिम पड़ाव पर है लेकिन अपना लोकतंत्र पूरी तरह से जवां है। सिगहा बाजार में प्राथमिक विद्यालय में बुजुर्ग असलम अंसारी वोट करने आए थे। उन्हें चलने में तकलीफ थी, इस कारण बाइक से लाया गया था। पुलिस वालों ने मदद कर उन्हें बाइक से उतारा। मतदाता पर्ची दिखाते हुए बोले, बचवा कइसेउ वोट दइ लेई बस। प्राथमिक विद्यालय हाटा में 95 वर्ष के शंकर बेटे गणेश के साथ छड़ी के सहारे आए थे। झुककर चल रहे थे लेकिन वोट का भाव तन कर बोल रहा था। बिना लाइन के बूथ में जाने पर किसी ने टोका भी नहीं। मतदान कर्मियों ने भी उन्हें पहले वोट डलवाया। स्याही का निशान दिखाते हुए उन्होंने कहा कि ये देखिए, हमने वोट कर दिया गांव के अच्छे भविष्य के लिए। प्राथमिक विद्यालय नेबुआ-नौरंगिया मतदान केंद्र पर 95 वर्ष की जतनी ने उत्साह से वोट कर अपनी उंगली भी दिखाई। सिरसिया दीक्षित छोटू 92 वर्षीय दादी दुर्गावती को मतदान कराने लाए थे। नौका टोला प्राथमिक विद्यालय में 98 वर्ष की व चलने में असमर्थ सुखली को घर वाले ठेले पर बैठाकर वोट दिलाने लाए थे। मतदान केंद्र परिसर में उनकी फोटो भी ली। बुजुर्गों के साथ आई नौजवान पीढ़ी ने वोट दिलाने के बाद सेल्फी ली।