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कोरोना काल में मिट्टी तेल बांटने से विभाग का इन्कार

विमल कुमार शुक्ल डीएसओ ने कहा है कि जनपद में गैस व बिजली उपभोक्ता राशन कार्डधारकों से अधिक हैं। इसलिए शासन के निर्देश पर अप्रैल से मिट्टी तेल शासन को समर्पित कर दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 05:04 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 05:04 PM (IST)
कोरोना काल में मिट्टी तेल बांटने से विभाग का इन्कार
कोरोना काल में मिट्टी तेल बांटने से विभाग का इन्कार

कुशीनगर: कोरोना संक्रमण को देखते हुए अप्रैल से लेकर जून 2020 तक का आवंटित मिट्टी तेल (केरोसिन) डिपो में आ गया है। बांटने को लेकर पूर्ति विभाग ने हाथ खड़े कर दिए हैं और इसे लौटाने की बात कह रहा है। इससे पूर्व भी विभाग तीन माह का तेल शासन को वापस लौटा चुका है। जरूरतमंद इसको लेकर पूरी तरह से परेशानी में पड़े हुए हैं।

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जिले में कुल 1482 कोटे की दुकानें हैं। सात लाख 13 हजार दो सौ 72 कार्डधारक प्रति महीने खाद्यान्न लेते हैं। इसमें एक लाख 17 हजार एक सौ 36 अंत्योदय के लाभार्थी हैं। बाकी पात्र गृहस्थी के कार्डधारक हैं। अंत्योदय कार्डधारक को तीन लीटर, पात्र गृहस्थी पर कार्ड पर एक लीटर तेल मिलता है।

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यह है लाभार्थियों की परेशानी

तमकुहीराज के गणेश प्रसाद व भोला बताते हैं कि बिजली व गैस कनेक्शन नहीं है, फिर भी दो महीने से तेल नहीं मिल रहा है। शिकायत पर अधिकारी जवाब नहीं दे रहे हैं। विश्वनाथ प्रसाद सिंह व उपेंद्र सिंह ने कहा कि विभाग की मनमानी की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

विमल कुमार शुक्ल, डीएसओ ने कहा है कि जनपद में गैस व बिजली उपभोक्ता, राशन कार्डधारकों से अधिक हैं। इसलिए शासन के निर्देश पर अप्रैल से मिट्टी तेल शासन को समर्पित कर दिया गया। इसके बावजूद तीन महीने का आवंटन डिपो में आने की सूचना है, उसे वापस कराया जा रहा है। इसके लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा गया है।


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