2020 में 112 नंबर पर मिली हर पांचवीं सूचना गलत
एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि चालू वर्ष में अब तक 73648 सूचनाएं प्राप्त हुईं हैं। इनमें लगभग हर पांचवी सूचना गलत पाई गई। गलत सूचना के चलते पुलिसकर्मी परेशान होते हैं वहीं समय व ईंधन बर्बाद होता है। पुलिस के पहुंचने का औसतन समय 12 से 14 मिनट है। कोशिश है कि इसमें और कमी आए।
कुशीनगर: कम समय में पीड़ितों तक पहुंच राहत पहुंचाने के उद्देश्य से संचालित यूपी-112 योजना के तहत जिले में पीआरवी, पुलिस रिस्पांस व्हि्कल की मदद मांगने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। दर्ज आंकड़ों पर गौर करें तो 24 घंटों में यह संख्या अब 200 के पार पहुंच गई है। पुलिस की कोशिश है कि मिल रही सूचनाओं पर फौरन पहुंच आमजन को राहत पहुंचाना है। वहीं गलत सूचना के चलते पुलिसकर्मियों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। गलत सूचना देने वाले अधिकांश नशे की हालत में मिले।
सूचनाओं की स्थिति एक नजर में
तारीख- सूचना- गलत
20 दिसंबर- 220- 45
21 दिसंबर- 225- 45
22 दिसंबर- 240- 50
23 दिसंबर- 244- 50
24दिसंबर- 250- 52 पल-पल की गतिविधियों की होती है जानकारी
112 नंबर पर फोन करने पर फोन सीधे लखनऊ स्थित मुख्यालय में रिसीव होता है और जिले स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम से जुड़ जाता है। सूचना के तत्काल बाद संबंधित टीम मौके के लिए रवाना हो जाती है। यह वाहन एमडीटी, मोबाइल डाटा टर्मिनल व जीपीएस, ग्लोबल पोजिशनिग सिस्टम की सुविधाओं से लैस होते हैं।
एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि चालू वर्ष में अब तक 73648 सूचनाएं प्राप्त हुईं हैं। इनमें लगभग हर पांचवी सूचना गलत पाई गई। गलत सूचना के चलते पुलिसकर्मी परेशान होते हैं, वहीं समय व ईंधन बर्बाद होता है। पुलिस के पहुंचने का औसतन समय 12 से 14 मिनट है। कोशिश है कि इसमें और कमी आए। गलत सूचना देने वाले अधिकतर नशे की हालत में मिले। ऐसे लोगों को पुलिस समझा कर छोड़ देती है।