कामगार योग्यता के आधार पर आईटीआई से होंगे प्रशिक्षित
प्रवासी कामगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए प्रदेश सरकार तत्पर है। गैर प्रांतों में रोजी-रोजगार में लगे ऐसे हजारों युवक प्रौढ़ व अधेड़ लॉकडाउन में कल कारखाने उद्योग धंधा व्यापार बंद हो जाने से घर लौट आए। कोरोना संक्रमण के कारण अधिकांश तो दोबारा बाहर नहीं जाने का निर्णय भी ले चुके हैं।
कुशीनगर: प्रवासी कामगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए प्रदेश सरकार तत्पर है। गैर प्रांतों में रोजी-रोजगार में लगे ऐसे हजारों युवक, प्रौढ़ व अधेड़ लॉकडाउन में कल कारखाने, उद्योग धंधा, व्यापार बंद हो जाने से घर लौट आए। कोरोना संक्रमण के कारण अधिकांश तो दोबारा बाहर नहीं जाने का निर्णय भी ले चुके हैं। ऐसे में प्रवासी कामगारों में से कैटेगरी व पात्रता का निर्धारण कर राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पडरौना, नौरंगिया, हाटा, कसया (पुरुष व महिला संस्थान) व सेवरही में से अलग-अलग ट्रेड में प्रशिक्षित किया जाएगा। इन्हें प्रशिक्षण प्रमाण पत्र देकर रोजगार के योग्य तैयार किया जाएगा। जिलाधिकारी ने 30 हजार कामगारों की सूची सौंप दी है। संस्तुति के बाद शुरू होगा प्रशिक्षण
-जिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पडरौना के प्रधानाचार्य शरद चंद अग्रवाल ने बताया कि डीएम से मिली 30 हजार प्रवासी कामगारों की सूची से कैटेगरी बनाई जा रही है। इसका निर्धारण कर उनसे संपर्क साध उनसे चरित्र प्रमाण पत्र आदि आवश्यक दस्तावेज लिए जाएंगे। पुलिस वेरिफिकेशन के बाद राज्य स्तर पर प्रशिक्षण की संस्तुति के लिए प्रस्तावित किया जाएगा। अंतिम रूप से संस्तुति रिपोर्ट मिलने के बाद प्रशिक्षण शुरू करा दिया जाएगा। शिक्षा कम होने के बावजूद कार्य की कुशलता व अनुभव के आधार पर प्रमाण पत्र दिया जाएगा। क्या हैं पात्रता के मानक
-18 से 50 वर्ष तक के कामगारों को कैटेगरी के हिसाब से काम का निर्धारण होगा
-कक्षा पांच व इससे अधिक शिक्षित व्यक्ति ही होगें प्रशिक्षण के पात्र
-अशिक्षित, अक्षर ज्ञान से दूर वाले लोगों के लिए जगह नहीं
-आईटीआई, पालिटेक्निक, बीटेक करने वालों का नहीं होगा प्रशिक्षण
-कार्यानुभव के आधार पर भी कामगारों की कुशलता का होगा निर्धारण