टूटी पाइप व रिसाव के चलते हो रही गंदे पानी की आपूर्ति
कुशीनगर के दुदही ब्लाक के तिवारी पट्टी गांव में ओवरहेड टैंक से जलापूर्ति की लोगों की आस पूरी नहीं हो पा रही है बीते दिसंबर में जलापूर्ति शुरू हुई लेकिन लोगों को पीने लायक पानी आज तक नहीं मिल सका है।
कुशीनगर : दुदही विकास खंड के तिवारीपट्टी गांव में ओवरहेड टैंक से जलापूर्ति का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। दिसंबर 2021 में आपूर्ति शुरू तो हुई लेकिन पाइप में टूट-फूट के चलते रिसाव से व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। टंकी से गंदे पानी की आपूर्ति होने से तिवारी पट्टी, घाट टोला, रकबा दुलमा पट्टी सहित लगभग 10 हजार की आबादी को पीने लायक पानी नहीं मिल रहा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि जिम्मेदारों के लापरवाह रवैये के चलते लोग हैंडपंप का पानी पीने को बाध्य हैं जलजनित बीमारियों व संक्रमण की आशंका बनी हुई है। प्रधान प्रतिनिधि सुनील जायसवाल ने कहा कि कई बार विभाग के अधिकारियों से समस्या दूर कराने की मांग की गई है। सार्थक कार्रवाई न होने से डीएम से पाइप बदलवाने की गुहार लगाई गई है। जेई रितेश यादव ने बताया कि ओवरहेड टैंक ग्राम पंचायत को हैंडओवर कर दिया गया है। कुछ तकनीकी दिक्कतें थीं, जिसे दूर कर लिया जाएगा।
चालू नहीं हुआ दूसरा पंप हाउस
अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर में पर्यटकों व स्थानीय लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बुद्धनगरी के सुखारीछपरा में जलकल संयंत्र 1995 में शुरू हुआ था। एक पंप हाउस सुखारीछपरा में व दूसरा बुद्ध इंटर कालेज के स्टेडियम के निकट बना था। एक पंप की क्षतिग्रस्त पाइप लाइन ठीक न किए जाने से नलकूप नहीं चल पा रहा है।
व्यवस्था यह थी कि एक पंप के खराब होने पर दूसरे पंप से ओवरहेड टैंक में पानी भरा जाता था। इससे कभी जलापूर्ति बाधित नहीं होती थी। जब एनएच फोरलेन में तब्दील हुआ उसी समय स्टेडियम स्थित पंप हाउस से ओवरहेड टैंक को जोड़ने वाली भूमिगत पाइप क्षतिग्रस्त हो गई। तभी से पंप हाउस बंद पड़ा है। जब सुखारीछपरा वाले पंप में कोई तकनीकी खराबी आती है तो जलापूर्ति बाधित हो जाती है।
नगर पालिका परिषद कुशीनगर के अधिशासी अधिकारी प्रेमशंकर गुप्त ने कहा कि बंद पड़े पंप हाउस को चालू कराने के लिए कार्य योजना बन गई है। टेंडर हो गया है। शीघ्र ही समस्या का समाधान हो जाएगा।