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गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूलों को खोलने की मांग

राष्ट्रवादी पार्टी आफ इंडिया ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एएसडीएम को सौंपा स्कूल प्रबंधन के नुकसान का दिया हवाला।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Apr 2021 11:27 PM (IST)Updated: Sat, 03 Apr 2021 11:27 PM (IST)
गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूलों को खोलने की मांग
गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूलों को खोलने की मांग

कुशीनगर : राष्ट्रवादी पार्टी आफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने स्कूल खोले जाने की मांग को लेकर शनिवार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एएसडीएम को सौंपा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि स्कूल बंद करने का सरकार का फैसला अव्यवहारिक है। सरकार के इस फैसले से निजी शिक्षक, स्कूल संचालक दयनीय स्थिति में पहुंच गए हैं।

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शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे कार्यकर्ताओं ने संक्षिप्त सभा की। वक्ताओं ने कहा कि बीते शैक्षिक वर्ष में एक साल तक स्कूल बंद रहे। इस वर्ष भी स्कूल बंद रखने के आसार दिख रहे हैं। 11 अप्रैल तक कक्षा आठ तक के विद्यालय बंद कर दिए गए हैं। इससे पहले सरकार ने चार अप्रैल तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया था। कोरोना महामारी के फैलाव का हवाला देकर सरकार स्कूलों को बंद करा रही है जबकि रैली, धरना-प्रदर्शन, चुनावी जनसभा आदि पर रोक नहीं है। स्कूल संचालकों के साथ यह ऐसा व्यवहार उचित नहीं है। वक्ताओं ने कहा कि जारी गाइडलाइन का अनुपालन करने, शारीरिक दूरी का ख्याल रखने, मास्क लगाने, सैनिटाइज करने की अनिवार्यता के साथ स्कूल संचालित करने की अनुमति दी जाए। कार्यकर्ताओं ने एएसडीएम रामकेश यादव को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा।

राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश मिश्र, जिलाध्यक्ष ऋषिकेष पांडेय, प्रदेश सचिव महेश राव, जिला महामंत्री अमित श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी उमाशंकर गुप्ता आदि मौजूद रहे।

बिना फार्मासिस्ट दवा की दुकाने चलाने का आरोप, ज्ञापन

फार्मेसी एंड फार्मासिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन की जिला इकाई ने शनिवार को डीएम को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर कोमल यादव को सौंपा। आरोप लगाया कि जिले में अधिकांश दवा की दुकानें बिना फार्मासिस्ट संचालित हो रहीं, यहां तक कि थोक दुकानदार भी फुटकर में दवा बेच रहे हैं।

जिला इकाई के सदस्य सुबह 11 बजे कलेक्ट्रेट पहुंचे, वहां बैठक हुई। वक्ताओं ने कहा कि 70 फीसद फुटकर दवा की दुकानें बिना फार्मासिस्ट के संचालित हो रहीं हैं। इसके अलावा कई दुकानें फर्जी मेडिकल लाइसेंस के बल पर चलायी जा रहीं हैं, जबकि उच्चतम न्यायालय ने स्पष्ट आदेश दिया है कि सभी मेडिकल स्टोर्स को आधार से लिक किया जाए। इस आदेश के बाद भी सभी दुकानें लिक नहीं हो सकीं हैं। थोक दुकान की लाइसेंस पर फुटकर में दवाएं बेची जा रहीं हैं, जो गलत है।

जिलाध्यक्ष शशि शंकर शुक्ल, उपाध्यक्ष रितेश पांडेय, सद्दाम हुसैन, विकास कुशवाहा, शुभम सिंह, जितेंद्र कुमार, अशरफ रजा आदि मौजूद रहे।


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