बिहार की एसएसबी व कुशीनगर पुलिस आमने-सामने, हवाई फायरिग
नेपाल से गंडक नदी के रास्ते भारत लाई जा रही नाव को बिहार की एसएसबी टीम ने बुधवार शाम को तब कब्जे में ले लिया जब जिले की खड्डा व हनुमानगंज पुलिस नाव के किनारे पहुंचने का इंतजार कर रही थी।
कुशीनगर : नेपाल से गंडक नदी के रास्ते भारत लाई जा रही नाव को बिहार की एसएसबी टीम ने बुधवार शाम को तब कब्जे में ले लिया जब जिले की खड्डा व हनुमानगंज पुलिस नाव के किनारे पहुंचने का इंतजार कर रही थी। पुलिसकर्मियों को तस्करों का मददगार समझ एसएसबी की टीम ने हवाई फायरिग की भी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। हालांकि कुछ ही समय बाद पता चल गया कि किनारे खड़े लोग तस्करों की मदद करने वाले नहीं बल्कि कुशीनगर के पुलिसकर्मी हैं। संयोग रहा कि कोई अनहोनी नहीं हुई। बताया जा रहा कि शाम साढे छह बजे गंडक नदी के रास्ते एक नाव भारत सीमा में आ रही थी। नाव वीरभार ठोकर के निकट पहुंची कि बिहार सीमा क्षेत्र में तैनात एसएसबी के जवानों ने उसे कब्जे में ले लिया, हालांकि अंधेरे का लाभ लेकर तस्कर फरार हो गए। नाव पर मसाला, मादक पदार्थ तथा विदेशी मटर आदि लदा था। एसएसबी के जवान नाव को अपने सीमा क्षेत्र में ले जाने लगे। इधर सूचना पर नदी उस पार पहुंच खड्डा व हनुमानगंज पुलिस की संयुक्त टीम नाव के आने का इंतजार करने लगी। नदी किनारे दर्जन भर लोगों को देख एसएसबी के जवानों ने यह समझ फायरिग झोंक दी कि वे तस्करों से मिले हैं। फायरिग की आवाज सुनते ही आस पास मौजूद ग्रामीण भागने लगे। इसी बीच नाव जब किनारे पहुंची तो वर्दीधारियों को देख एसएसबी के जवानों का संदेह दूर हुआ। एसएसबी की टीम नाव पर लदे सामान को ट्रैक्टर-ट्राली पर लाद साथ ले गई। प्रभारी निरीक्षक खड्डा संजय कुमार सिंह ने कहा कि तस्करों द्वारा नाव से समान लाए जाने की सूचना पर पुलिस टीम किनारे गई थी। हालांकि बिहार की एसएसबी के जवानों ने उसे पहले ही कब्जे में ले लिया था। गलतफहमी में एसएसबी ने हवाई फायरिग कर दी थी।