नाटकीय घटनाक्रम में पकड़ा गया कोर्ट का वारंटी
कुशीनगर की कसया पुलिस ने उस समय एक वारंटी को पकड़ा जब कुछ लोग एक युवक को पकड़ कर चार पहिया वाहन में जबरन बैठा रहे थे पुलिस के हस्तक्षेप करने पर पता चला कि युवक न्यायालय का वांछित है।
कुशीनगर : कसया नगर में बुधवार को सरे बाजार एक युवक के पकड़े जाने को लेकर घंटों माहौल गरम रहा। लोगों ने अपहरण का आरोप लगाते हुए अपहरणकर्ताओं को घेर लिया। अपहृत सहित उन्हें पुलिस को सौंपा तो मामला कुछ और निकला। अपहृत युवक न्यायालय का वारंटी है। मामले ने तब तूल पकड़ लिया जब पक्षकारों ने ही आरोपित को पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
हुआ यह कि दोपहर में एक बजे एक युवक को स्कार्पियो सवार छह लोगों ने बीच बाजार में जैन बिल्डिग के समीप पकड़ा और स्कार्पियो में जबरन बैठाने लगे। युवक के चिल्लाने पर आसपास के लोगों ने समझा कि स्कार्पियो सवार बदमाश हैं और वह युवक का अपहरण कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने घेर लिया और पुलिस को बुलाकर सौंप दिया। बाद में सुकरौली बाजार चौकी पुलिस आई तो मामला साफ हुआ। आरोपित युवक भानु मद्धेशिया हाटा कोतवाली के सुकरौली बाजार का निवासी है। उसके विरुद्ध थाने में कई संगीन अपराध पंजीकृत हैं। न्यायालय उसके विरुद्ध तीन बार गैर जमानती वारंट जारी कर चुकी है, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ रहा था। एक मामले के पीड़ित पक्ष ने बाजार में देख कर उसे पकड़ा था।
बरामद पशुओं को लेकर पुलिस परेशान
जिले में आए दिन पशुओं की बरामदगी के बाद उनको रखने की व्यवस्था को लेकर पुलिस परेशान है। कारण थानों पर न तो पशुओं को रखने की व्यवस्था है और न ही चारे का। ऐसे में बरामद पशुओं को संबंधित गोशाला तक पहुंचाने की व्यवस्था करना पुलिस के लिए परेशानी का सबब बना है।
पशुओं को भेजने का खर्च पुलिस को अपनी जेब से भरना पड़ता है। सीओ फूलचंद कन्नौजिया ने बताया कि बरामद पशुओं को निकटतम गोशाला में भेजा जाता है। उन्हें सुरक्षित जगह पहुंचाने की जिम्मेदारी पुलिस की है।