अभियान....व्यवस्था बनी अव्यवस्था
कुशीनगर: सुविधाओं के लिए नगर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में ई-रिक्शा की व्यवस्था अब अव्यवस्था का कारण बन गया है। इससे सर्वाधिक समस्या नगरीय क्षेत्र में बढ़ गई है। अधिकारिक रूप से स्टैंड न होने के कारण चालक अपने वाहन सड़क पर खड़ी करते हैं। इतना ही नहीं सड़क पर ई-रिक्शा खड़ी कर सवारी-बैठाते हैं। इनका मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि चलते-चलते अचानक बीच सड़क में गाड़ी मोड़ देते हैं, इससे कई बार दुर्घटना होते-होते बचती है। कई चालक तो ऐसे हैं जो मना करने पर लोगों से उलझ जाते हैं, मारपीट तक की नौबत आ जाती है। बेतरतीब वाहनों के संचालन करने वाले चालकों की मनमानी से लोगों को आए दिन जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले ई-रिक्शा चालक ओवरलोड सामान भी ढोते हैं।
नहीं ध्यान देते पुलिस-प्रशासन
-ई-रिक्शा पर सीट से अधिक सवारी बैठाने पर किसी भी अधिकारी की नजर नहीं जाती है। जबकि पिकेट व ट्रैफिक पुलिस कभी इसे देख अनदेखी करते हैं। कोई कार्रवाई न होने से इनका मनोबल बढ़ता जा रहा है। मनमानी किराया लेने के नाम पर कई बार यात्रियों से मारपीट की नौबत तक आ जाती है।
फिटनेस व पंजीकरण की नहीं होती जांच
-एआरटीओ विभाग के अधिकारी ई-रिक्शा की फिटनेस व पंजीकरण की जांच नहीं करते हैं तो पुलिस के अधिकारी भी चुप्पी साधे रहते हैं। इसकी वजह से ई-रिक्शा चालकों में कोई भय नहीं रहता है, जबकि चार हजार से अधिक ई-रिक्शा जनपद में संचालित है, जिसमें से 1011 ने पंजीयन करा रखा है।
चालकों के साथ पुलिस-एआरटीओ विभाग भी जिम्मेदार
-यातायात नियमों का अनुपालन न करने व गलत जगह ई-रिक्शा खड़ी करने के लिए जितने जवाबदेह चालक हैं, उससे कम जिम्मेदार पुलिस व एआरटीओ भी नहीं हैं, लेकिन इनमें कोई भी इसको लेकर सजग नहीं है। इसी वजह से जाम आदि की समस्याएं बढ़ती जा रही है।
नियमों की अनदेखी से बढ़ी दुर्घटनाएं
-ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अनदेखी से सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं। नगर में पिछले एक हफ्ते में 10 से अधिक ई-रिक्शा से बाइक व साइकिल सवार घायल हो चुके हैं। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
यातायात नियमों का अनुपालन न करने वाले ई-रिक्शा वालों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। बिना पंजीयन के चलने वालों को निरुद्ध किया जाएगा।
ट्रैफिक व थानेदारों को निर्देश दिया गया कि है कि बिना पंजीयन व लाइसेंस के चल रहे वाहनों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई करें, ताकि इनके मनमानी संचलन को रोका जा सके।
रितेश कुमार सिंह, एएसपी