सतर्कता से ही होगा टिड्डियों से बचाव : प्यारे लाल
जिला कृषि अधिकारी ने कहा क्लोरपाइरीफास 20 फीसद ईसी का छिड़काव करें। बताया कि मैलाथियान का छिड़काव अत्यन्त प्रभावी होता है।
पडरौना, कुशीनगर : राजस्थान, पंजाब एवं हरियाणा से सटे यूपी के जनपदों में टिड्डी के प्रकोप की आशंका बढ़ गई है। टिड्डी दल का प्रकोप महामारी का रूप ले लेता है। जिससे बचाव जरूरी है। जिले में निरंतर टिड्डी दल के आक्रमण की निगरानी करना जरूरी हो गया है। टिड्डी के आगमन की सूचना मिलने पर ग्राम प्रधान, लेखपाल, कृषि विभाग, ग्राम पंचायत अधिकारी को अवगत कराएं।
यह बातें जिला कृषि अधिकारी प्यारेलाल ने विज्ञप्ति में कही। कहा कि टिड्डी के प्रकोप की दशा में एक साथ इकट्ठा होकर टीन के डिब्बे एवं थालियों को बजाते हुये शोर मचाएं। बसंत ऋतु व बलुई मिट्टी टिड्डी के प्रजनन एवं अंडा देने के लिए अनुकूल होता है। कहा कि ऐसी मिट्टी वाले क्षेत्रों में जोताई करवा दें एवं जलभराव करा दें। टिड्डी दल पर नियत्रंण के लिए प्रशासन के माध्यम से अग्निशमन फायर ब्रिगेड विभाग की भी सहायता ली जा सकती है।