लेखपालों ने कैंडल मार्च निकाल जताया विरोध
अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को लेखपाल सड़क पर उतरे और शाम को कैंडल मार्च निकाल अपना विरोध जताया। नारेबाजी की तो सरकार पर संवदेनहीनता का गंभीर आरोप लगाया।
कुशीनगर: अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को लेखपाल सड़क पर उतरे और शाम को कैंडल मार्च निकाल अपना विरोध जताया। नारेबाजी की तो सरकार पर संवदेनहीनता का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने मांग की, सरकार लेखपाल, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना बहाल करे, लेखपाल के सेवाकाल में तीन प्रमोशन जारी किया जाए, 2800 ग्रेड पे दिया जाए, वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए, लेखपालों के निजी अनुरोध पर प्रदेश में तबादला हो, प्रमोशन किया जाए । कैंडल मार्च निरीक्षण भवन से प्रारंभ होकर सुभाष चौक, तिलक चौक होकर कठकुइया मोड़ पर गांधी प्रतिमा के समक्ष समाप्त हुआ। इस दौरान योगेन्द्र गुप्ता, वंशबहादुर यादव, प्रद्युम्न राव, अकरम अली, निलेश रंजन राव, नीरज दुबे, बलराम कुशवाहा, राहुल, कमलेश, प्रमोद यादव, उत्कर्ष , राकेश तिवारी आदि मौजूद रहे।
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क्रमबद्ध चलेगा लेखपालों का आंदोलन
जागरण संवाददाता, कसया, कुशीनगर: सरकार द्वारा मांग नहीं माने जाने से क्षुब्ध लेखपाल संघ गांधीवादी आंदोलन की राह पर चल पड़ है। लेखपालों ने अध्यक्ष ब्रजेश मणि त्रिपाठी के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाल कर सरकार के प्रति अपना विरोध दर्ज कराया। अध्यक्ष ने कहा कि लेखपाल संघ लंबित मांगों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रहा है। बीते वर्ष की 16 जुलाई को सरकार के मुख्य सचिव के साथ बैठक हुई थी। इसमें सभी मांगों को माने जाने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बताया कि 12 फरवरी को जिला मुख्यालय पर मोटरसाइकिल रैली, 19 फरवरी को तहसीलों पर बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया जाएगा। तहसील से कैंडल लेकर निकले लेखपाल गांधी चौक पर पहुंचे और महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने संक्षिप्त सभा की। इस अवसर पर राजस्व संघ जिलाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, हरिशंकर ¨सह, मारकंडेय मणि, अवधेश पांडेय, सुरेश यादव,दीपू जायसवाल आदि उपस्थित रहे।