पश्चिम बंगाल में उत्पीड़न के विरोध में भाजपा का धरना
कुशीनगर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी पर तानाशाही रवैया अपनाने का लगाया आरोप कहा कि टीएमसी कार्यकर्ताओं का कृत्य अक्षम्य व निदंनीय।
कुशीनगर : विधानसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में टीएमसी की सरकार बनने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं व कार्यालयों पर हमला किए जाने का आरोप लगा बुधवार को कुशीनगर के सभी 34 मंडलों में धरना दिया गया। धरना के माध्यम से भाजपाइयों ने टीएमसी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
जिलाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्र ने सेवरही स्थित कैंप कार्यालय पर धरना देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से हिसक घटनाएं की जा रही हैं जो निदनीय और अक्षम्य हैं। राजनीति में हिसा की कोई जगह नहीं होती। राजनीतिक लड़ाई विचारधारा की होती है न कि लाठी और बंदूक की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ता एकजुट होकर बंगाल के कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हैं। जिला महामंत्री संतोष दत्त राय, विवेकानंद पांडेय, राणाप्रताप राव, सुदर्शन पाल, जिला उपाध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह, विजय शुक्ल, रमेश सिंह पटेल, सीता सिंह, जिला मीडिया प्रभारी विश्वरंजन कुमार आनंद, जिला मंत्री विवेकानंद शुक्ल, अतुल श्रीवास्तव, बलिराम यादव, रामगोपाल गुप्ता, रामसागर कुशवाहा समेत सभी मंडल अध्यक्षों ने अपने-अपने मंडल कार्यालयों में कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए धरना दिया। जिला मुख्यालय रवींद्रनगर के समीपवर्ती गांव भिस्वा सरकारी में पूर्व जिला महामंत्री मारकंडेय शाही ने अपने आवास पर कार्यकर्ताओं संग शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए धरना दिया।
पिपरा बाजार संवाददाता के अनुसार मंडल अध्यक्ष महेश रौनियार के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए धरना दिया। मंडल उपाध्यक्ष अनिल राय, सेक्टर अध्यक्ष नवनीत कुमार मिश्र, मोनू पांडेय, हरेंद्र कुशवाहा, विश्वनाथ कुशवाहा, बेचू अग्रहरी, रमाकांत कुशवाहा आदि मौजूद रहे।