रेल ट्रैक पर की गई बैरिकेटिग
मौनी अमावस्या के अवसर पर शुक्रवार को नारायणी नदी में स्नान को लेकर गुरुवार के दोपहर बाद से ही छितौनी बगहा रेल सह सड़क पुल के निकट श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित होनी शुरू हो गई है।
कुशीनगर : मौनी अमावस्या के अवसर पर शुक्रवार को नारायणी नदी में स्नान को लेकर गुरुवार के दोपहर बाद से ही छितौनी बगहा रेल सह सड़क पुल के निकट श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्रित होनी शुरू हो गई है।
मेला प्रशासन व सामाजिक संगठन के लोगों ने श्रद्धालुओं के रात्रि विश्राम के लिए अस्थायी रैन बसेरों की व्यवस्था की है। छितौनी बगहा पुल के निकट मौनी अमावस्या पर जुटने वाले हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने इस बार पहली बार मेला अधिकारी नियुक्त कर साफ सफाई, प्रकाश व्यवस्था, बैरिकेटिग आदि की व्यवस्था कराई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलसह सड़क पुल से नदी तट को जाने वाली सड़क तक बनी सीढि़यों की मरम्मत व बैरिकेटिग भी कराई गई है। साथ ही स्नान स्थल के निकट नाव व गोताखोरों की भी व्यवस्था की गई है।
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एसएचओ खड्डा ने ट्रेन की गति कम करने के लिए रेलवे को भेजा मेमो
खड्डा, कुशीनगर : थाना क्षेत्र के छितौनी-बगहा रेल पुल के निकट मौनी अमावस्या पर जुटने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा की ²ष्टि से प्रभारी निरीक्षक खड्डा रामाशीष यादव ने स्टेशन मास्टर खड्डा राजेश कुमार को पुल से गुजरने वाली सभी ट्रेनों की गति पुल पर कम करने के लिए मेमो भेजा है।
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नारायणी तट पर जुटे श्रद्धालु
खड्डा, कुशीनगर : गुरुवार की शाम को ही ट्रैक्टर ट्रॉली व अन्य वाहनों से नारायणी तट पर अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। हालांकि पुलिस शाम से जाम की समस्या से बचने के लिए पनियहवा चौराहे पर ही श्रद्धालुओं के वाहन को रोक कर निर्धारित पार्किंग की तरफ भेज रही है।
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यह है मान्यता
खड्डा, कुशीनगर : कुछ लोगों की मान्यता है कि ऐसी अविवाहित कन्याएं जिनके विवाह में बाधा होती है। अगर वे मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र नारायणी नदी में डुबकी लगाती हैं, तो विवाह का बाधा समाप्त हो जाती है।