निलंबित सचिव की हुई नियुक्ति, उठ रहा सवाल
पडरौना ब्लाक के गांव भगड़ा पिपरासी मुसहर बस्ती में शौचालय निर्माण में अनियमितता मिलने पर निलंबित किए गए सचिव को एक वर्ष बाद पुन उसी गांव में तैनात कर विभाग कटघरे में खड़ा हो गया है। डीएम के आदेश पर डीपीआरओ आरके द्विवेदी ने स्वच्छता टीम के साथ बीते वर्ष छह नवंबर को जांच की थी।
कुशीनगर : पडरौना ब्लाक के गांव भगड़ा पिपरासी मुसहर बस्ती में शौचालय निर्माण में अनियमितता मिलने पर निलंबित किए गए सचिव को एक वर्ष बाद पुन: उसी गांव में तैनात कर विभाग कटघरे में खड़ा हो गया है। डीएम के आदेश पर डीपीआरओ आरके द्विवेदी ने स्वच्छता टीम के साथ बीते वर्ष छह नवंबर को जांच की थी। शौचालय निर्माण में अनियमितता सामने आने पर ग्राम प्रधान का वित्तीय अधिकार सीज करते हुए सचिव जियाउल रहमान को निलंबित किया था।
कार्रवाई के ठीक एक वर्ष बाद पांच नवंबर 2019 को निलंबित सचिव को पुन: उसी गांव में तैनात कर दिया गया। विभाग की गई इस कार्रवाई को लेकर लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं। मुसहर समाज के लोगों ने शौचालय निर्माण में ग्राम प्रधान रफीक अंसारी व तत्कालीन सचिव रहमान पर धनउगाही करने व अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था। निर्माण कार्य के दो माह के अंदर ही शौचालय क्षतिग्रस्त हो गए थे। मुसहरों ने इसके विरुद्ध अनेक बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की, कोई कार्रवाई नहीं हुई तो गांव में बीते वर्ष 27 अक्टूबर को धरना प्रदर्शन किया। समाचार पत्रों में खबर छपने का संज्ञान लेते हुए डीपीआरओ द्विवेदी ने जांच की तो ग्राम प्रधान व सचिव दोषी मिले थे।
पूर्व प्रधान शिवप्रसाद चौहान, जालंधर प्रसाद, सुरेश पांडेय, नारायण गुप्ता, राजेश कुमार पटेल, लक्ष्मी प्रसाद मुसहर, जगदीश, दीपक, रधई, कलपतिया देवी आदि ने दागदार सचिव के नियुक्ति पर आक्रोश जताते हुए डीएम से जांच कराने की मांग की है।
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इस समय मैं बाहर हूं। प्रकरण याद नहीं है। आफिस पहुंच कर फाइल देखूंगा कि किन परिस्थितियों में निलंबित सचिव का पुन: उसी गांव में नियुक्ति हुई है।
राघवेंद्र कुमार द्विवेदी, डीपीआरओ, कुशीनगर